दिलीप बिल्डकॉन कंपनी के गुर्गों का आतंक : निर्वस्त्र कर उसे पीटते रहे, गिड़गिड़ाता रहा और लोग तमाशा देखते रहे
एक ठेका कंपनी के गुर्गो ने इंसानियत को ताक में रख अपने ही कंपनी में कार्यरत एक कर्मचारी पर चोरी का आरोप लगाते हुए निर्वस्त्र अवस्था में अधमरा होते तक दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। ग्राइंडर मशीन के ऑपरेटर को रंगे हाथ डीजल चोरी करते पकड़े जाने पर यह तालिबानी सजा दी गई। कैंपस परिसर में दर्जनों लोगों की उपस्थिति में ऑपरेटर को डंडे से गुर्गे पीटते रहे और वह बख्श देने के लिए गिड़गिड़ाता रहा, पर उसे बचाने कोई भी सामने नहीं आया। इसका वीडियो वायरल होने पर सनसनी फैल गई। पुलिस अधिकारियों के बीच खलबली मच गई।
- सड़क निर्माण में लगी ठेका कंपनी के गुर्गों का आतंक
- डीजल चोरी करते पकड़े गए ऑपरेटर के साथ बर्बरता
- वीडियो वायरल होने से फैली सनसनी, पुलिस के भी फूल गए हाथ-पांव
यह करामात कोरबा जिले के कटघोरा-अंबिकापुर के बीच सड़क का निर्माण कर रहे दिलीप बिल्डकॉन कंपनी के गुंडों का है। सूत्रों के अनुसार 10 अगस्त को तड़के 4 बजे मड़ई और लमना के बीच चोड़धोवा गांव के पास कंपनी की एक ग्राइंडर मशीन वाली गाड़ी खड़ी थी। इसे देखकर डीजल सप्लाई के काम में लगी कंपनी की टीम वहां रूक गई, तब देखा कि गाड़ी का ऑपरेटर श्याम गाड़ी से जरीकेन में डीजल निकाल रहा था। बस पिᆬर क्या था, उसे डीजल इंचार्ज सुरेश ने पकड़कर ग्राम परला के पास संचालित कंपनी के कैंपस में लाया। यहां के बड़े अपᆬसर के नजदीकी माने जाने वाले दिनेश शर्मा के सामने उसे पेश किया गया, तब तक सुबह हो चुकी थी। चोरी करते रंगे हाथों पकड़ने जाने की बात सुनते ही भड़क उठे और अपने गुगोर् को आदेश दिया कि श्याम के कपड़े उतार दें और उसकी पिटाई करें। यह सब बंद कमरें में नहीं बल्कि कैंपस के बाहर सरेआम सबके सामने अन्य कर्मचारियों के बीच किया गया। निर्वस्त्र कर श्याम की जमकर पिटाई की गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार न केवल दिनेश शर्मा ने उसे डंडे से पीटा बल्कि सुरेश के अलावा दो सुपरवाइजन अतुल व सुरक्षाकर्मियों ने भी ऑपरेटर पर बेरहमी से 40 मिनट तक डंडे बरसाए । वायरल वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि ऑपरेटर बचने के प्रयास में दौड़ लगाया तो उसे कैंपस में दौड़ाकर डंडे से पीटा गया।
पहले बैटरी चोरी ... अब डीजल
सोशल मीडिया में निर्वस्त्र अवस्था में ऑपरेटर को पीटे जाने के वायरल हुए वीडियो में कत्थे रंग का टी-शर्ट पहने दिनेश शर्मा नजर आ रहा है, जो एक हाथ से ऑपरेटर का बाल पकड़ा हुआ है और दूसरे हाथ में रखे डंडे उस पर बरसा रहा है। वीडियो में यह कहते सुने जा सकता है कि पहले भी गाड़ियों से बैटरी चोरी हो रही थी, लगता है यह करामात भी इसी का है। बैटरी चोरी के बाद अब डीजल की चोरी करने लगा, इसकी तो आज चमड़ी खींच लूंगा। वीडियो में कंपनी के सुरक्षा कर्मी भी नजर आ रहे, जो दिनेश शर्मा को मोबाइल चोरी जाने की घटनाक्रम की जानकारी देते हुए ऑपरेटर पर ही इसका ठिकरा पोड़ रहे।
स्वतंत्रता दिवस के दिन आई गुलामी की याद
जिसने भी निर्वस्त्र अवस्था में ऑपरेटर को पीटे जाने का वीडियो देखा उसके रूह कांप गए। यह वीडियो ठीक 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के दिन वायरल हुआ और गुलामी के दिनों की याद ताजा हो गई। यह मान भी लिया जा यदि ऑपरेटर को डीजल चोरी करते ठेका कंपनी के लोगों ने रंगे हाथों पकड़ लिया था, तो इन्हें जुल्म ढाने का अधिकार भला किसने दिया। उसे पुलिस के हवाले क्यों नहीं कर दिया गया, लेकिन नहीं कानून को हाथ लेकर खुद ही सजा देने पर उतारू हो गए।
पीड़ित बिहार के आरा का रहने वाला
दिलीप बिल्डकॉन के ज्यादातर कर्मचारी मध्यप्रदेश, बिहार व झारखंड के हैं। सूत्रों का कहना है कि पीड़ित ऑपरेटर बिहार के आरा जिला का रहने वाला है। वर्तमान में वह ग्राम परला में किराए के मकान में रहता था। पिटाई की वजह से बुरी तरह घायल हो गए ऑपरेटर ने इसकी सूचना अपने परिजन को दी थी। कहा यह जा रहा है कि परिजन उसे अपने साथ घर ले गए, जबकि गांव में चर्चा है कि ऑपरेटर अनहोनी का शिकार हो चुका है।
अपनी गर्दन बचाने किया टर्मिनेट
दिलीप बिल्डकॉन कंपनी के जवाबदार लोगों के हाथ-पांव उस वक्त फूल गए, जब वीडियो वायरल हो गया। अपनी गर्दन बचाने आनन फानन में दिनेश शर्मा को टर्मिनेट कर दिया। साथ ही वीडियो में पिटाई करते नजर आ रहे अन्य कर्मचारियों को भी भूमिगत कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि कंपनी के कैंपस में दहशतगर्दी चल रही थी, तब किसी ने यह वीडियो बनाया और कुछ दिन रूकने के बाद वायरल किया।
निर्वस्त्र अवस्था में पिटाई किए जाने के संबंध में मिले वीडियो के आधार पर आरोपी दिनेश शर्मा और सुपरवाइजर अतुल के खिलाप कार्रवाई की जा रही है। मामले में धारा 323, 506 व 294 के तहत अपराध पंजीबद्घ किया गया। सूक्ष्मता से जांच के निर्देश बांगो पुलिस को दिए गए हैं। पीड़ित व्यक्ति का पता नहीं चल सका है। इस मामले के दोषी लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।-
...…तारकेश्वर पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक