भारत मां की रक्षा करते हुए सीधी के एक और लाल ने न्योछावर किये अपने प्राण

नक्सली हमले में सीधी का लाल हुआ शहीद, छत्तीगढ़ के जगदलपुर में शनिवार को हुआ हमला
पहले बम ब्लास्ट फिर गोली बारी कर जवानों को उतारा मौत के घाट
सीधी। छत्तीगढ़ प्रांत के जगदलपुर जिले में हुई नक्कसली हमले में मध्य प्रदेश के सीधी जिले का वीर सपूत प्राणों को न्योछावर किया है, शनिवार को सीएएफ की बटालियन नक्सलियों टोह लेने जंगल में घूसी थी उसी दौरान नक्कसलियों द्वारा लगाई गई बम्ब व्लास्ट हो जाने से सीधी का जवान वीर गति को प्राप्त हुआ है। घटना के संदर्भ में शहीद के भाई योगेन्द्र सिंह सोमवंशी से मिली जानकारी के अनुसार शहीद के पिता स्वर्गीय जय वीर सिंह एसएएफ में भर्ती होकर देश की सेवा कर रहे थें वे 2006 में वीर गति को प्राप्त हुए थें। जनवरी 2006 में अनुकंपा नियुक्ती पर देवेन्द्र सिंह सोमवंशी को सीएएफ में जवान के रूप में भर्ती किया गया था। वे अपने देश भक्ति देश सेवा के रूप में काम करते हुए हवालदार के पद पर पदोन्नत हुए थें, उन्हे अभी हाल ही में छत्तीसगढ़ प्रांत के जगदलपुर में पदस्थ किया गया था, जहॉ शनिवार को देवेन्द्र सिंह को उनकी पूरी बटालियन के साथ नक्कसलियों के खोज में भेजा गया था वे अभी मारडूम थाना क्षेत्र के बारसूर धौड़ाई मार्ग में पहुॅचे ही थें कि नक्सलियों द्वारा बिछाई गई बारूदी सुरगं का विस्फोट हो जाने से देवेन्द्र सिंह सहित उपेन्द्र शाहू नाम के एक और जवान शहीद हो गयें।
दो बच्चे पत्नी व मॉ को छोड़ गया शहीद -
छत्तीसगढ़ के नक्कसली हमले में शहीद हुए देवेन्द्र सिंह खानदानी देश का सिपाही है उसके बाबा जहॉ सेना में रह कर देश की सेवा करते रहे हैं वे भी देश के दुश्मनों से लड़ते हुए शहीद हुए थें, वहीं उनके पिता जयवीर सिंह भी एसएएफ में रह कर देश की सेवायें कर रहे थें, 19मई 2005 को छत्तीसगढ़ में हुए नक्सली हमले में शहीद हुए थें। उनके बड़े पुत्र देवेन्द्र सिंह को अनुकम्पा नियुक्ती में रखा गया था जहॉ उन्होने शनिवार 14 मार्च 2020 को नक्सली हमले में शहीद हुए हैं। बताया गया है कि शहीद देवेन्द्र सिंह के चाचा देव प्रताप सिंह लाल प्रताप सिंह व जीजा जगदेव सिंह निवासी पवई पन्ना भी देश की सेना में शामिल हो कर देश की रक्षा कर रहे हैं। जानकारों की अनुसार शहीद के परिवार के 10 लोग सेना में शामिल हो कर देश की रक्षा कर रहे हैं, शहीद की माता बेबा बिमला ङ्क्षसंह विष्णु नगर उत्तर करौंदिया में बने घर में रह रही हैं। उनकी साथ शहीद की पत्नी पूजा सिंह, बच्चे राज सिंह 12वर्ष, सिद्वार्थ सिंह 08वर्ष शिक्षा अध्यन कर रहा है तो वहीं उसका छोटा भाई योगेन्द्र सिंह कोरियर सर्विस में काम कर के परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं।
जानकारी लगते ही श्रद्वाजंलि देने वालों का लगा तॉता -
नकसली हमले में शहीद हुए देवेन्द्र सिंह का पार्थिव शरीर रविवार की सुबह छत्तीसगढ़ से जैसे ही रवाना हुआ घटना की जानकारी परिजनों के साथ जिले के लोगों को मिली पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिये हुजुम सा उमड़ पड़ा, सुबह से ही जीवित अवस्था की रखी गई फोटो में श्रद्वाजंलि अर्पित की जाने लगी। शाम 04.30 के आस पास छत्तीसगढ़ पुलिस के देख रेख में पार्थिव शरीर सीधी पहुॅचा जहॉ नम ऑखो से अपने लाल को श्रद्वाजंलि अर्पित की गई।
ऐसे हुई जगदलपुर में घटना -
बस्तर रेंज के प्रभारी पुलिस महा निरीक्षक पी सुंदर राज ने मीडिया को बताया कि बारसूर धौड़ाई मार्ग के निर्माण कार्य की सुरक्षा में लगे जवानों पर आज अचानक नक्सलियों ने हमला कर दिया। हमले के बाद नक्सलियों ने बारूदी सुरंग विस्फ ोट किया, जिसमें दो जवान शहीद हो गए। सीआरपीएफ का एक सहायक उपनिरीक्षक गंभीर रूप से घायल हो गया है। शहीद जवानों के नाम उपेंद्र साहू एवं देवेंद्र सिंह है। एक अन्य घायल सहायक उप निरीक्षक एसएम रहमान को बेहतर उपचार के लिए दंतेवाड़ा से रायपुर भेजा गया है। मुठभेड़ के बाद नक्सली घटनास्थल से हथियार लूटकर ले गए। सोमवार को नक्सलवाद के मुद्दे पर जगदलपुर में एक महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है, जिसमें पुलिस महा निरीक्षक डीएम अवस्थी मौजूद रहेंगे। इस बैठक में अर्धसैनिक बलों के अधिकारियों के साथ.साथ बस्तर में आने वाले सभी जिलों के पुलिस अधीक्षक भी बुलाए गए हैं।
सोन तट पर की गई शहीद की अंतेष्टी-
नक्सली हमले में शहीद हुए देवेन्द्र सिंह का पार्थिव शरीर 4.30 शाम गृह नगर पहुॅचा जहॉ कुछ छड़ उनके घर में रखने के बाद अंतिम संस्कार के लिये पवित्र सोन नदी के गऊ घाट ले जाया गया जहॉ पर सीधी पुलिस के जवानो सहित छत्तीसगढ़ से आये पुलिस की अधिकारियों के मौजूदगी में अंतिम संस्कार किया गया।