विज्ञान महाविद्यालय मे जिला स्तरीय

450 By 7newsindia.in Sat, Sep 23rd 2017 / 18:21:01     

रीवा । मप्र शासन के निर्देषानुसार शासकीय विज्ञान महाविद्यालय रीवा मे जिला स्तरीय संकल्प से सिद्धि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसके मुख्य अतिथि प्राचार्य डाॅ. आर.पी. मिश्रा, अध्यक्ष डाॅ. कमर इजहार प्राचार्य शासकीय महाविद्यालय नईगढ़ी रहे, कार्यक्रम का सफल संचालन डाॅ. भारतेन्दु मिश्रा ग्रंथपाल शासकीय विज्ञान महाविद्यालय रीवा ने किया। कार्यक्रम का संयोजक डाॅ. उमेष पाण्डेय द्वारा किया गया । कार्यक्रम मे रीवा जिले के समस्त महाविद्यालयो से चयनित प्रतिभागियो ने भाग लिया। संकल्प से सिद्धि कार्यक्रम में संकल्पित 06 विचार बिन्दुओं पर विभिन्न महाविद्यालयों से 78 चयनित प्रतिभागियों ने कार्यक्रम में सहभागिता सुनिश्चित की। निरन्तर 2022 तक चलने वाले इस कार्यक्रम में भारत को भ्रष्टाचार मुक्त देश बनाने एवं संकल्प के साथ महाविद्यालय में छः विधाओं का आयोजन किया गया। 
गरीबी से मुक्त भारत
सर्वप्रथम गरीबी से मुक्त भारत विषय पर छात्र/छात्राओं द्वारा अपने विचार प्रस्तुत किये गये। छात्रों में प्रथम स्थान गोपाल बंसल एवं छात्राअेां में कु0 नंदिता अवस्थी प्रथम स्थान प्राप्त किया। चयनित प्रतिभागियों ने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए गरीबी को परिभाषित किया एवं बताया कि गरीबी को कैसे नियगित कर भारत को विकास के पथ पर अग्रसर किया जा सकता है। इस संबंध में सरकार द्वारा किये गये प्रयासों को युवाओं ने सराहा एवं और अधिक अच्छे कार्यक्रमों की अपेक्षा भी शासन से की गई। 
स्वच्छ भारत
छात्रों में प्रथम स्थान गुलशेर अंसारी एवं छात्राओं में प्रथम स्थान कु0 चन्द्रलेख मिश्रा ने प्राप्त किया। अपने विचार प्रस्तुत करते हुए प्रतिभागियों ने बताया कि भारत में स्वच्छता का कार्यक्रम एक महत्वांकक्षी योजना है और इसमें युवा सहयोग करेंगें तभी यह कार्यक्रम सफल होगा। इस संबंध में प्रतिभागियों ने अपने अनेक सुझाव भी प्रस्तुत किये। 

आतंकबाद से मुक्त भारत
प्रतिभागियों में प्रथम स्थान प्रतीक सिंह एवं कुमारी लवी सिंह ने प्राप्त किया। प्रतिभागियों ने बताया कि आतंकबाद मानवता और सभ्य समाज के लिये कलंक है।
साम्प्रदायिक्ता से मुक्त भारत
इस विषय में छात्रों में अनुपम सिंह परिहार एवं छात्राओं में कु0 दीक्षा पाण्डेय द्वारा प्रथम स्थान प्राप्त किया गया। इस संबंध में अपने विचार प्रस्तुत करते हुए प्रतिभागियों ने बताया कि साम्प्रदायिकता देश के लिये जहर का काम कर रही है। युवाओं को इस संबंध में आवश्यक रूप से जागरूक होना चाहिये एवं सौहार्द का वातावरण निर्मित कर सांम्प्रदायिकता से मुक्त भारत का निर्माण करने का सभी को संकल्प लेना चाहिये। 

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जातिप्रथा से मुक्त भारत 
इस विषय में सूर्यप्रताप सिंह ने छात्र वर्ग में एवं मोनिका तिवारी ने छात्राओं में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इस विषय पर बोलते हुए छात्र/छात्राओं ने बताया कि हमारे देश के लोग जातिवाद में उलझकर अत्यधिक नुकशान उठा रहे हैं। हम लोगों को चाहिये कि जातिवाद से बाहर निकलकर अम्बेडकर के भारत को विकास के मार्ग पर अग्रसर करें। 

भ्रष्टाचार से मुक्त भारत
इस विधा में छात्रों में प्रथम स्थान श्री सतीश कुमार मिश्रा एवं छात्राओं मंे प्रथम स्थान कुमारी अनुप्रिया मिश्रा ने प्राप्त किया। इस विषय पर अपने विचार प्रस्तुत करते हुए प्रतिभागियों ने बताया कि आज भ्रष्टाचार में सारा देश आकर डूबा हुआ है। यदि इस स्थिति को समय रहते नियंत्रित नहीं किया गया तो भारत का विकास अवरूद्ध हो जायेगा। इस बारे में छात्र/छात्राओं ने भ्रष्टाचार दूर करने हेतु अपने सुझाव भी प्रस्तुत किये। 

कार्यक्रम में सभी महाविद्यालयों से आने वाले प्राचार्य, प्राध्यापकों एवं अग्रणी महाविद्यालय के समस्त प्राचार्यो का सहयोग रहा।  कार्यक्रम के दौरान डाॅ. नीलम पाण्डेय, डाॅ. सुपर्णा बैनर्जी, डाॅ. अभिलाषा श्रीवास्तव, डाॅ. के.एल.जायसवाल, डाॅ. अनीता सिंह तिवारी, डाॅ. लता द्विवेदी, डाॅ. ओपी गुप्ता, डाॅ. संजीव दुबे, डाॅ. विनीता आर कश्यप, डाॅ. आरती सक्सेना एवं समस्त छात्र/छात्रायें उपस्थित रहे । 

 

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