चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी नियुक्ति परीक्षा में गड़बड़ी : कोचिंग सेंटरों ने पास कराने का कराया था सौदा, 30 जेल गए
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By 7newsindia.in Tue, Nov 14th 2017 / 10:14:35 कानून-अपराध
रांची। चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी नियुक्ति परीक्षा में परीक्षा एजेंसी के साथ मिलकर रांची के तीन कोिचंग सेंटरों ने पास कराने का सौदा किया था। अब तक 45 अभ्यर्थी पकड़े जा चुके हैं। 30 अभ्यर्थी को सोमवार को जेल भेज दिया गया, 15 को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। प्रशासन ने परीक्षा लेने वाली नई दिल्ली की एजेंसी पीएचएस कंस्लटेंट के संचालक विकास, शिवम, मुकेश और रांची के तीन कोचिंग सेंटरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। कोिचंग सेंटर के नाम अभी सामने नहीं आए हैं।
- 5 नवंबर को 300 पदों के लिए लिखित परीक्षा हुई थी। इसमें करीब 10 हजार से अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए थे। प्रशासन को फीडबैक मिला कि परीक्षा से पहले प्रश्नपत्र किसी अभ्यर्थी के वाट्सएप पर आया था।
- 20 दिन पहले अभ्यर्थियों के पास रांची के तीन कोचिंग सेंटरों से कॉल जाने शुरू हो गए। अभ्यर्थियों को परीक्षा की तैयारी के नाम पर रांची बुलाया गया। उनसे कहा गया कि यदि वे पैसा खर्च करने को तैयार हैं तो उन्हें परीक्षा में पास करा दिया जाएगा।
- एक अभ्यर्थियों को पास कराने के लिए तीन से पांच लाख रु. में सौदा तय हुआ। इसके बाद इन अभ्यर्थियों को रांची में ही 15 दिनों तक परीक्षा की तैयारी कराई गई। इन्हें परीक्षा में पूछे जाने वाले सवालों के जवाब रटाए गए। परीक्षा वाले दिन कोचिंग सेंटर के लोग ही इन अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र तक लेकर गए। इससे पहले उन्हें प्रश्नपत्र भी दे दिए गए थे
- प्रशासन ने तय किया कि काउंसिलिंग में प्रश्नपत्रों का सीरियल ऑर्डर बदलकर इसकी जांच की जाएगी। फिर परीक्षा में 45 से अधिक अंक लाने वाले अभ्यर्थियों से दोबारा वही प्रश्नपत्र हल करवाए गए तो पूरी गड़बड़ी सामने गई।
परीक्ष एेजेंसी और तीन कोिचंग सेंटर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
- परीक्षा में एजेंसी ने पांच सवालों के गलत उत्तर को सही बताया था, प्रशासन ने इसके लिए पूरे अंक दिए। काउंसिलिंग में संदिग्ध अभ्यर्थियों से जब यही सवाल पूछे तो वे वही जवाब दे रहे थे जो परीक्षा एजेंसी ने सही माने थे। इससे प्रशासन का शक और बढ़ गया।
- इन अभ्यर्थियोंको गणित के सवालों के जवाब तो दिए थे लेकिन कहीं पर रफ वर्क नहीं किया था।
- जिनसवालों के जवाब लिखित परीक्षा में सही दिए दोबारा उनहीं के जवाब नहीं दे पाए।