यूपी के उप मुख्यमंत्री कैशव प्रशाद मौर्य ने पीताम्बर पीठ पर लगाई अर्ज़ी

528 By 7newsindia.in Mon, Nov 20th 2017 / 19:32:22 कानून-अपराध     

ग्वालियर / सर्वेश त्यागी
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य रविवार की देर शाम को मां पीतांबरा के दरबार में पहुंचे। झांसी से सड़क मार्ग से दतिया पहुंचे मौर्य ने मंदिर पहुंचकर मां बगुलामुखी देवी के दर्शन किए। इसके बाद उन्होंने वनखंडेश्वर और धूमावती मां के दर्शन किए। दर्शन करने के बाद वे सड़क मार्ग से झांसी के लिए रवाना हो गए। इस दौरान मंदिर पर एसपी मयंक अवस्थी, एडीएम आशीष कु मार गुप्ता के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद थे। इससे पहले राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी,भाजपा अध्यक्ष अमित शाह,प्रदेश के कई मंत्री सहित अन्य कई लोग मां पीतांबरा की शरण में पहुंच चुके हैं।

मां पीतांबरा के एक हाथ में गदा सिद्धपीठ की स्थापना 1935 में परम तेजस्वी स्वामी जी के द्वारा की गई थी। मां पीतांबरा का जन्म स्थान, नाम और कुल आज तक रहस्य बना हुआ है। मां का ये चमत्कारी धाम स्वामी जी के जप और तप के कारण ही एक सिद्ध पीठ के रूप में देशभर में जाना जाता है।

मंदिर के आचार्य का कहना है कि चर्तुभुज रूप में विराजमान मां पीतांबरा के एक हाथ में गदा,दूसरे में पाश तीसरे में वज्र और चौथे हाथ में उन्होंने राक्षस की जिह्वा थाम रखी है। भक्तों के जीवन में मां के चमत्कार को आए दिन घटते देखा जा सकता है. लेकिन इस दरबार में भक्तों को मां के दर्शन एक छोटी सी खिड़की से ही होते हैं. दर्शनार्थियों को मां की प्रतिमा को स्पर्श करने की मनाही है।

सभी की मनोकामना होती है पूरी मां बगुलामुखी ही पीतांबरा देवी हैं इसलिए उन्हें पीली वस्तुएं चढ़ाई जाती हैं। लेकिन मां को प्रसन्न करना इतना आसान भी नहीं है। इसके लिए करना होता है विशेष अनुष्ठान, जिसमें भक्त को पीले कपड़े पहनने होते हैं, मां को पीली वस्तुएं चढ़ाई जाती हैं और फिर मांगी जाती है मुराद।

मां पीतांबरा के वैभव से सभी की मनोकामना पूरी होती है। भक्तों को सुख समृद्धि और शांति मिलती है, यही वजह है कि मां के दरबार में दूर दूर से भक्त आते हैं, मां की महिमा गाते हैं और झोली में खुशियां भर कर घर ले जाते हैं।

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