MP : पूर्व CM के निधन पर BJP के किन नेताओं ने बांटी थी मिठाई ? ऑडियो वायरल..मचा हड़कंप
भोपाल। गुजरात भाजपा में आपसी फूट सामने आने के बाद मप्र भाजपा से जुड़ा एक कथित ऑडियो वायरल हुआ है, जिसने मप्र भाजपा से लेकर दिल्ली आलाकमान तक हलचल पैदा कर दी है। ऑडियो पूर्व मुख्यमंत्री के निधन के बाद भाजपा नेताओं द्वारा दाबत उड़ाने से जुड़ा है। ऑडियो में भाजपा विधायक मप्र सरकार के कई मंत्री एवं केंद्रीय नेताओं के नाम लेकर अपने समर्थक भाजपा नेताओं को घटनाक्रम का ब्यौरा सुना रहे हैं। कथित ऑडियो मप्र पुलिस के संज्ञान में भी आ गया है। हालांकि इस पर पुलिस का कोई भी अधिकारी बोलने को तैयार नहीं ै कि इसकी जांच कराई जाएगी या नहीं।
ऑडियो में विधायक यह दावा करते सुनाई दे रहे हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री के निधन के बाद मप्र व छग के भाजपा के कई दिग्गज नेता, मंत्री, मुख्यमंत्री दुख मनाने के बजाए डाक बंगले में दावत कर रहे थे और मिठाइयां खा रहे थे। यह डाक बंगला उस क्षेत्र का है जहां पूर्व मुख्यमंत्री का दाह संस्कार किया जाना था। भाजपा विधायक यह भी दावा कर रहे हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री के अंतिम संस्कार से पहले एक पूर्व मुख्यमंत्री ने यहां तक कि वैसे उनका मिठाई से परहेज है, लेकिन आज मिठाई खाने का मन हो रहा है। उन्होंने मिठाई भी खाई। विधायक ऑडियो में अपने सार्थी से यह भी चर्चा कर रहे हैं कि दाबत उड़ा रहे नेताओं ने मौजूदा मुख्यमंत्री को लेकर कहा था कि वे अनाथ हो गए हैं। इतना ही पूर्व मंत्री एवं भाजपा विधायक के साथ रहने वाले नेता की पत्नी को लेकर भी ऑडियो में भाजपा विधायक चर्चा कर रहे हैं। भाजपा विधायक ऑडियो में यह भी दावा कर रहे हैं कि वे 3-4 हजार बच्चों को नौकरी दिलाएंगे। उनके आडवानी और मोदी से अलग तरह के संबंध हैं। यहां बता दें कि ऑडियो में भाजपा विधायक अपने जिन साथियों से चर्चा करतु सुनाई दे रहे हैं उसमें एक जनपद का अध्यक्ष है, दूसर विधायक का करीबी ही बताया जा रहा है। हालांकि कथित ऑडियो को लेकर मप्र भाजपा की ओर से किसी भी तरह की प्रतिक्रिया नहीं आई। ऑडियो को जिस भाजपा विधायक का बताया जा रहा है, उन्होंने भी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। भाजपा के आधा दर्जन से ज्यादा प्रदेश पदाधिकारियों से इस कथित ऑडियो के संबंध में चर्चा की गई, उन्होंने ऑडियो को सुनने की पुष्टि की है, लेकिन किसी भी अधिकृत तौर पर मुंह नहीं खोला है।
डीजीपी से जांच की मांग
सामाजिक कार्यकर्ता अजय दुबे ने इस ऑडियो को प्रदेश के डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला को ट्वीट कर जांच की मांग की है।