राजस्थान के लोग महाराणा प्रताप के चेतक घोड़े पर नाज करते है, तो बिहार के लोग भगवान बुद्ध व महावीर पर क्यों नही : कमलमुनि कमलेश

556 By 7newsindia.in Sat, Mar 10th 2018 / 19:18:24 बिहार     

रमेश कुमार , संवाददाता
राजगीर। बच्चों आपको तरक्की करना हो , किसी क्षेत्र में सफलता प्राप्त करना हो या भगवान के प्रिय बनना तो उनके बनाए गए किसी भी पशु- पंछी, कीड़े- मकोड़े इत्यादि जीव को जान से नहीं मारेंगे। हम भगवान की बनाई हुई व्यवस्था में दखल नहीं देंगे। उक्त बातें जैन मित्र शैलेंद्र घीया के सौजन्य से तीर्थंकर भूमि बिहार में जैन वात्सल्य बर्षा 2018 के दौरान मध्य विद्यालय पोखरपुर, पावापुरी में कार्यक्रम के दौरान अखिल भारतीय अहिंसा संघ, नई दिल्ली के संस्थापक राष्ट्र संत कमल मुनि कमलेश जी महाराज ने बच्चों एवं शिक्षकों को संबोधन में कहा। उन्होंने कहा कि हम तो दत्तक पुत्र हैं, असल में तो भगवान महावीर स्वामी के वंशज आपलोग हैं । जब राजस्थान के लोग चेतक घोड़ा जो एक जानवर था। उन पर नाज़ करता है, तो आपके तो भगवान बुद्ध, महावीर महापुरुष बिहार से ही थे , तो क्या उन पर आपको गर्व नहीं होना चाहिए ? उन्होंने बालिकाओं को संबोधन करते हुए कहा कि बालिका भी किसी क्षेत्र में कम नहीं है अपने देश में अभियान चल रहा है बेटी बचाओ ,बेटी पढ़ाओ। इसके तहत कई तरह के बदलाव आए हैं , माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने भी समाज सुधार के लिए कई तरह के कार्यक्रमों का संचालन करवा रहे हैं , जिसमें शराबबंदी ,बाल विवाह, दहेज प्रथा , तम्बाकू नशा उन्मूलन तथा महिला जन जागरूकता कार्यक्रम प्रमुख है। उन्होंने बच्चों को शपथ दिलाया कि आज से अपने जीवन में नया बदलाव करेंगे, पीड़ित मानव की सेवा करेंगे, अपने क्षेत्रों में साफ सफाई रखेगे, प्राणियों की रक्षा व सेवा करेंगे, किसी तरह का शराब , तंबाकू , बीड़ी, सिगरेट , गुटखा आदि नशीले पदार्थों का इस्तेमाल अपने जीवन में कभी नहीं करेंगे तथा भगवान महावीर के सिद्धांत पर चलकर सुंदर व स्वच्छ बिहार बनाएंगे। उनके साथ घनश्याम मुनि जी, सेवाभावी कौशल मुनि जी भी उपस्थित थे। मौके पर जैन वात्सल्य मंच के सचिव रमेश कुमार पान ने कहा कि आज हमें अपने आप पर गर्व हो रहा है कि हम जिस धरती पर पैदा हुए पले-बढ़े वह धरती भगवान महावीर स्वामी, भगवान बुद्ध जैसे महापुरुष की है। इस धरती पर मुनिवर का चरण पड़ा जिससे हम लोग भी धन्य हो गए। विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक अनूप कुमार ने कहा कि इस तरह के का कार्यक्रम के आयोजन से बच्चों में नैतिकता का विकास होता है। आज मेरा स्कूल भी धन्य हो गया कि मुनिवर हमारे बीच पधारे। इनकी हरेक बातें भगवान महावीर स्वामी की बातें लग रही है। मौके पर जैन मित्र शैलेंद्र घीया जी के द्वारा दिया गया बच्चों को रुमाल, स्कार्फ ,काँन पट्टी का वितरण किया गया। इस अवसर पर अहिंसा प्रशिक्षण केंद्र राजगीर के प्रभारी सुनील कुमार, समाजसेवी सुबोध कुमार रविदास, बीरेंद्र कुमार, विद्यालय के शिक्षक शैलेंद्र कुमार, मनोज कुमार, सीमा कुमारी, कुमारी इंदु सिन्हा, कुमारी पूनम के अलावे विद्यालय के करीब तीन सौ पचास की संख्या में छात्र-छात्रा उपस्थित थे।

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