छत्तीसगढ़ में दर्जन भर कंपनियों की करतूत : पानी के बिल के 3600 करोड़ रूपये पी गई कंपनियां
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By 7newsindia.in Mon, Mar 12th 2018 / 16:25:01 कानून-अपराध
रायपुर (ब्यूरो)। छत्तीसगढ़ में संचालित 23 संस्थान, जिनमें निजी और शासकीय उपक्रमों द्वारा लाखों मिली घन मीटर पानी का दोहन किया गया है, लेकिन जल संसाधन विभाग को बीते चार साल का करीब 3600 करोड़ रुपए नहीं चुकाया है। इसके लिए विभाग ने कई नोटिस दिया, लेकिन कंपनियां भुगतान करने को तैयार नहीं हैं।
मध्यप्रदेश ने भी नहीं चुकाये 7 करोड़ रूपये
शिवनाथ नदी के वहेराखार जलाशय से मध्यप्रदेश बालाघाट की मलाजखंड ताम्र परियोजना बैहर का भी वर्ष 2015-16 में 2 करोड़, वर्ष 2016-17 में 3 करोड़, वर्ष 2017-18 में 2.5 करोड़ बकाया है
आरटीआई से मिले दस्तावेज बताते हैं कि यह राशि बीते वर्ष तक करीब 5500 करोड़ रुपए थी। इसमें से करीब 1900 करोड़ रूपये का ही भुगतान किया गया।
बकाया पर एक नजर वर्ष : 2017-18
•एनटीपीसी, दर्री .............. 3987.17
•बालको, कोरबा .................. 117.82
•बालको, पावर हाउस ............ 2457.50
•बालको थर्मल पावर ............. 261.73
•एनटीपीसी, सीपत .............. 4210.50
(सभी आंकड़े लाख में)
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