कलेक्टर दिलीप कुमार पहुॅचें सपरिवार मॉ शारदे धाम मैहर

विश्व मंगल कामना हेतु मॉ से की प्रार्थना
सीधी,सीधी कलेक्टर दिलीप कुमार सपरिवार मॉ शारदे धाम मैहर पहुॅचे, जहॉ विधिवत हिन्दू धर्मानुसार रीति रिवाजों के साथ मॉ के भक्त पं० मोहन लाल शास्त्री के द्वारा मंत्रोचारण द्वारा पूजा आराधना की गयी। कलेक्टर दिलीप कुमार के द्वारा सच्चे दिल से पुकार सुनने वाली माता से विश्व शांति व कल्याण की कामना भी की गई। इस मौके पर मैहर के एसडीएम महेश अग्रवाल एवं पत्नी बंदना अग्रवाल भी पूजा पाठ में शामिल रही । मैहर की माता शारदा का यह प्रसिद्ध मंदिर है। मान्यता है कि शाम की आरती होने के बाद जब मंदिर के कपाट बंद करके सभी पुजारी नीचे आ जाते हैं तब यहां मंदिर के अंदर से घंटी और पूजा करने की आवाज आती है। कहते हैं कि मां के भक्त आल्हा अभी भी पूजा करने यहॉ आते हैं। अक्सर सुबह की आरती वे ही करते हैं। मैहर मंदिर के महंत पंडित देवी प्रसाद बताते हैं कि अभी भी मां का पहला श्रृंगार आल्हा ही करते हैं और जब ब्रह्म मुहूर्त में शारदा मंदिर के पट खोले जाते हैं तो पूजा की हुई मिलती है। इस रहस्य को सुलझाने हेतु वैज्ञानिकों की टीम भी डेरा जमा चुकी है लेकिन रहस्य अभी भी बरकरार है।
कौन थे आल्हाधार्मिक दृष्टिकोण से आल्हा और ऊदल दो भाई थे। ये बुन्देलखण्ड के महोबा के वीर योद्धा और परमार के सामंत थे। कालिंजर के राजा परमार के दरबार में जगनिक नाम के एक कवि ने आल्हा खण्ड नामक एक काव्य रचा था उसमें इन वीरों की गाथा वर्णित है। इस ग्रंथ में दों वीरों की ५२ लड़ाइयों का रोमांचकारी वर्णन है। आखरी लड़ाई उन्होंने पृथ्वीराज चौहान के साथ लड़ी थी। मां शारदा माई के भक्त आल्हा आज भी करते हैं मां की पूजा और आरती। जो इस पर विश्वास नहीं करता वे अपनी आंखों से जाकर देख सकता है। आल्हाखण्ड ग्रंथ रू आल्हाखण्ड में गाया जाता है कि इन दोनों भाइयों का युद्ध दिल्ली के तत्कालीन शासक पृथ्वीराज चौहान से हुआ था। पृथ्वीराज चौहान को युद्ध में हारना पड़ा था लेकिन इसके पश्चात आल्हा के मन में वैराग्य आ गया और उन्होंने संन्यास ले लिया था। कहते हैं कि इस युद्ध में उनका भाई वीरगति को प्राप्त हो गया था। गुरु गोरखनाथ के आदेश से आल्हा ने पृथ्वीराज को जीवनदान दे दिया था। पृथ्वीराज चौहान के साथ उनकी यह आखरी लड़ाई थी।
मान्यता है कि मां के परम भक्त आल्हा को मां शारदा का आशीर्वाद प्राप्त था, लिहाजा पृथ्वीराज चौहान की सेना को पीछे हटना पड़ा था। मां के आदेशानुसार आल्हा ने अपनी साग, हथियारद्ध शारदा मंदिर पर चढ़ाकर नोक टेढ़ी कर दी थी जिसे आज तक कोई सीधा नहीं कर पाया है। मंदिर परिसर में ही तमाम ऐतिहासिक महत्व के अवशेष अभी भी आल्हा व पृथ्वीराज चौहान की जंग की गवाही देते हैं।
सबसे पहले आल्हा करते हैं माता की आरती -मान्यता है कि मां ने आल्हा को उनकी भक्ति और वीरता से प्रसन्न होकर अमर होने का वरदान दिया था। लोगों की मानेंं तो आज भी रात में मंदिर की आरती के बाद साफ. सफाई होती है और फिर मंदिर के सभी कपाट बंद कर दिए जाते हैं। इसके बावजूद जब सुबह मंदिर को पुन: खोला जाता है तो मंदिर में मां की आरती और पूजा किए जाने के सबूत मिलते हैं। आज भी यही मान्यता है कि माता शारदा के दर्शन हर दिन सबसे पहले आल्हा और ऊदल ही करते हैं।
शारदा शक्तिपीठ का परिचय-मध्यप्रदेश के सतना जिले में मैहर तहसील के पास त्रिकूट पर्वत पर स्थित माता के इस मंदिर को मैहर देवी का शक्तिपीठ कहा जाता है। मैहर का मतलब है मां का हार। माना जाता है कि यहां मां सती का हार गिरा था इसीलिए इसकी गणना शक्तिपीठों में की जाती है। पूरे भारत में सतना का मैहर मंदिर माता शारदा का अकेला मंदिर है। कहते हैं कि दोनों भाइयों ने ही सबसे पहले जंगलों के बीच शारदादेवी के इस मंदिर की खोज की थी। आल्हा ने यहां १२ वर्षों तक माता की तपस्या की थी। आल्हा माता को शारदा माई कहकर पुकारा करते थे इसीलिए प्रचलन में उनका नाम शारदा माई हो गया। इसके अलावाए ये भी मान्यता है कि यहां पर सर्वप्रथम आदिगुरु शंकराचार्य ने ९ वीं, १०वीं शताब्दी के आस पास यहॉ पूजा.अर्चना की थी।
मैहर का नाम कैसे मैहर पड़ा-लोगों की मानें तो मैहर नगर का नाम मां शारदा मंदिर के कारण ही अस्तित्व में आया। हिन्दू श्रद्धालुजन देवी को मां अथवा माई के रूप में परंपरा से संबोधित करते चले आ रहे हैं। माई का घर होने के कारण पहले माई घर तथा इसके उपरांत इस नगर को मैहर के नाम से संबोधित किया जाने लगा। एक अन्य मान्यता के अनुसार भगवान शंकर के तांडव नृत्य के दौरान उनके कंधे पर रखे माता सती के शव से गले का हार त्रिकूट पर्वत के शिखर पर आ गिरा। इसी वजह से यह स्थान शक्तिपीठ तथा नाम माई का हार के आधार पर मैहर के रूप में विकसित हुआ।
मंदिर का इतिहास -विन्ध्य पर्वत श्रेणियों के मध्य त्रिकूट पर्वत पर स्थित इस मंदिर के बारे मान्यता है कि मां शारदा की प्रथम पूजा आदिगुरु शंकराचार्य द्वारा की गई थी। मैहर पर्वत का नाम प्राचीन धर्मग्रंथ श्महेन्द्रश् में मिलता है। इसका उल्लेख भारत के अन्य पर्वतों के साथ पुराणों में भी आया है। मां शारदा की प्रतिमा के ठीक नीचे के न पडे जा सके शिलालेख भी कई पहेलियों को समेटे हुए हैं। सन्? 1922 में जैन दर्शनार्थियों की प्रेरणा से तत्कालीन महाराजा ब्रजनाथ सिंह जूदेव ने शारदा मंदिर परिसर में जीव बलि को प्रतिबंधित कर दिया था।
Similar Post You May Like
-
अमिलिया पुलिस ने वायरल वीडियो पर की त्वरित कार्रवाई
4 आरोपी आएं गिरफ्त में, पॉचवे की तलाश जारी सीधी। शुक्रवार को मारपीट की एक वीडियो क्लीप शोसल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। कुछ लोगों के द्वारा इसे जाती धर्म का रूप देकर प्रसारित किया जाने लगा। जिस पर पुलिस अधीक्षक डॉ.रवीन्द्र वर्मा के निर्देशन में अमिलिया थाना प्रभारी राजेश पाण्डेय एवम उनकी टीम के द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए मारपीट के आरोपियों को धर दबोचा गया है। बताया गया कि ३
-
सांसद डॉक्टर मिश्रा बने सिवनी जिले के चुनाव अधिकारी
सीधी। भारतीय जनता पार्टी द्वारा चलाए जा रहे हैं संगठन पर्व के अंतर्गत संगठन चुनाव के लिए सीधी लोकसभा संसदीय क्षेत्र के सांसद डॉक्टर राजेश मिश्रा को सिवनी जिला निर्वाचन अधिकारी बनाया गया है। सांसद डॉक्टर राजेश मिश्रा के भारतीय जनता पार्टी सिवनी संगठन के जिला चुनाव अधिकारी बनाए जाने पर शुभ चिन्तको एवं पार्टी कार्यकर्ताओं में हर्ष व्याप्त है। सांसद डॉक्टर राजेश मिश्रा न
-
जिला न्यायालय सीधी द्वारा अटल आडिटोरियम में मनाया गया अप्रैल कूल
नोडल अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित आयोग द्वारा जारी नवीन निर्देशों का अध्ययन कर त्रुटि रहित निर्वाचन सम्पन्न करायें - जिला निर्वाचन अधिकारी सीधी 01 अप्रैल 2024 लोकसभा निर्वाचन 2024 के दृष्टिगत कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी स्वरोचिष सोमवंशी द्वारा निर्वाचन के संबंध में की गई तैयारियों की विस्तृत समीक्षा नोडल अधिकारियों से की गई। उन्होंने कहा कि संबंधित नोडल अधि
-
नहर में नहाने गये दो युवको की डूबने से हुई मौत, घंटो मशक्कत के बाद भी नही मिला शव
कमर्जी थाना क्षेत्र की घटना - सीधी। कमर्जी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम उकरहा में रविवार की दोपहर दो युवको की नहर में डूब कर मौत हो गई है। घटना की सूचना मिलते ही कमर्जी थाना प्रभारी भूपेश बैस दल बल के साथ नहर में शव की तलाश करते रहें किन्तु सफलता हॉथ नही लगी। इस बीच जिला मुख्यालय से एसडीआरएफ के जवान आधुनिक उपकरणों से लैश होकर घटना स्थल पर पहुॅच कर उक्त शवो की तलाश में जुट गयें।
-
लोकायुक्त ने की बड़ी कार्यवाई - मार्च क्लोजिंग में निपटे थाना प्रभारी एवं उपनिरीक्षक
एक सप्ताह में दो थाना प्रभारी, उपनिरक्षक एवं पटवारी पर प्रकरण पंजीवद्ध सीधी। लोकायुक्त एसपी गोपाल धाकड़ के कुशल निर्देशन में रीवा लोकायुक्त टीम समाज के दुश्मनो की बीच कहर ढा रही है। जो कुर्सी उत्कृष्ट कार्य करते हुए समाज सेवा के लिये मिली थी उसे ही शासकीय कर्मचारी अधिक से अधिक धन अर्जन का हथियार बना लिये, ऐसे सभी रिश्वत खोरों को रंगे हॉथो गिरफ्तार करने में लोकायुक्त को सफलत
-
लाडली बहना योजना के लिए दीदियों ने किया मुख्यमंत्री का सम्मान
लाडली बहना योजना के लिए दीदियों ने किया मुख्यमंत्री का सम्मान सीधी 17 फरवरी 2023/ स्वसहायता समूह की दीदियों ने लाडली बहना योजना को प्रारम्भ करने तथा आजीविका मिशन के माध्यम से उन्हें आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का अभिनंदन किया। जल जीवन मिशन का संचालन करने वाली दीदियों ने जल कलश यात्रा के माध्यम से मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री
-
विधायक कलेक्टर एवं एसपी दल बल के साथ पहुॅचे मोहनिया टनल, लोकापर्ण के पूर्व किया निरीक्षण
विधायक कलेक्टर एवं एसपी दल बल के साथ पहुॅचे मोहनिया टनल, लोकापर्ण के पूर्व किया निरीक्षण सीधी। मोहनिया टनल के प्रस्तावित लोकार्पण कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडगरी पधार रहे हैं। इस हेतु आगमन को लेकर हवाई पट्टी सर्रा एवं मोहनिया में स्थल निरीक्षण कर लोकार्पण की तैयारी का जायजा लिया गया। इस दौरान चुरहट विधायक श्री तिवारी, भाजपा जिला अध्यक्ष इंद्रशरण सिंह, कलेक्टर साक
-
बाबा साहेब को हमारी सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम उनके बनाए संविधान की हर कीमत पर रक्षा करें . ज्ञान सिंह
डॉ अंबेडकर की पुण्यतिथि महापरिनिर्वाण दिवस पर कांग्रेस ने अर्पित की श्रद्धांजलि’ ’कांग्रेस अध्यक्ष ज्ञान सिंह के मुख्य आतिथ्य में ग्राम डढ़िया में विचार संगोष्ठी का आयोजन’ sidhi - भारतीय संविधान के निर्माताएभारत रत्न बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ज्ञान सिंह के नेतृत्व में समस्त कांग्रेस
-
वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता सुशील शर्मा ने ग्रहण की भाजपा की सदस्यता
सीधी । वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता अधिवक्ता एवं अभिनव ट्रेडर्स के संचालक सुशील शर्मा ने भाजपा जिला अध्यक्ष इंद्र शरण सिंह चौहान के हाथों भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता पार्टी कार्यालय में ग्रहण की। भाजपा जिला मीडिया प्रभारी ने बताया कि सुशील शर्मा इसके पूर्व में सहकार भारती के जिला मंत्री, भारत रक्षा मंच के जिला अध्यक्ष, राष्ट्रीय मंत्री जैसी अनेक जिम्मेदारियों का निर्वहन
-
ऊर्जा सचिव से मंहगाई राहत के लिये मिला प्रतिनिधि मण्डल
सीधी 06 दिसम्बर मध्यप्रदेश शासन द्वारा राज्य पेंशनर्स को क्रमशः 6 प्रतिशत एवं 5 प्रतिशत मंहगाई राहत में वृद्धि कर वर्तमान में 33 प्रतिशत मंहगाई राहत प्रदान की जा रही है। किन्तु विद्युत पेंशनर्स को उपरोक्त मंहगाई राहत वृद्धि से वंचित रखा गया है तथा अभी भी मात्र 22 प्रतिशत मंहगाई राहत ही प्राप्त कर रहे हैं। केन्द्र पेंशनर्स से 16 प्रतिशत एवं राज्य पेंशनर्स से 11 प्रतिशत कम मंहगाई राहत