रेत के कारोबार में चल रहा टीपी का खेल

रेत के कारोबार में चल रहा टीपी का खेल
सीधी। जिले में रेत के कारोबार में इन दिनों टीपी का खेल चल रहा है। रेत के परिवहन में लगे वाहनों द्वारा एक बार टीपी कटाई जाती है और दो से तीन बार खदानों से रेत उठाई जाती है यह काला कारोबार काफी समय से चल रहा है, किंतु इस तरफ किसी का ध्यान आकर्षित नहीं हो पा रहा है । रेत के कारोबार में टीपी के खेल के चलते शासन को राजस्व की काफी छति हो रही है। उल्लेखनीय है कि सीधी जिले में कई रेत खदाने संचालित है जिनमें नियमों का पालन नहीं होता है, वही टीपी का खेल भी उजागर हुआ है। जिसमें टीपी कटते समय जो दूरी जगह की दर्शाई जाती है वह पूरी तरह से गलत होती है । सूत्रों की मानें तो रीवा को 720 किलोमीटर वहीं अन्य स्थानों को 2 से 3 गुना अधिक दूरी दर्शा कर खुली लूट की जा रही है । खास बात यह है कि रेत परिवहन में लगे वाहन एक बार टीपी कटाते है कई बार उसी टीपी से कम रेट पर रेत लोड करते हैं और ऐसे में खदान संचालक को भी टीपी नहीं काटनी होती और कम पैसे में रेत कारोबार से जुड़े लोगों को रेत मिल जाती है इसमें दोनों का फायदा हो जाता है जहां एक तरफ संचालक मालामाल हो रहे हैं वहीं दूसरी तरफ वाहन मालिक अच्छा लाभ कमा रहे हैं पर यहां शासन को काफी क्षति हो रही है । रेत का जितना खनन हो रहा है एक तिहाई राजस्व राशि शासन के कोश में में जमा हो पा रही है शेष राशि अवैध कारोबार में नष्ट हो रही है यह काफी समय से चल रहा है टीपी की जांच पुलिस के अधिकारी कर्मचारी किए तो पता चला कि जो दूरी दर्शाई जाती है उसमें किलोमीटर अधिक से अधिक दिया जाता है जबकि कम दूरी पर ही वाहन रेत भरने के लिए जाते हैं। टीपी की फोटो कॉपी भी कारण- वाहन मालिकों द्वारा रेत खदानों में टीपी ली जाती है उसकी कई फोटो कॉपी करा ली जाती है और यदि कोई अधिकारी कर्मचारी रास्ते में मिला एक पन्ना दिखा करके आगे बढ़ लिया जाता है, और वहां भी कोई मिला तो उसे भी दिखाकर के आगे बढ़ दिया जाता है ऐसे में वह काफी समय तक प्रशासनिक अधिकारियों को गुमराह करने में सफल हो जाते हैं यहां मूल कॉपी और फोटो कॉपी में कोई अंतर नहीं दिखता है ऑनलाइन टीपी में ब्लैक एंड व्हाइट प्रिंट खदान संचालकों द्वारा दी जा रही है जिले में भुमका, डोल सहित अन्य कई खदाने संचालित है जहां कारोबार हो रहा है सीधी जिले में दो रेत खदानों पर ताला लगा दिया गया है अन्य रेत खदानों में अब खुलेआम नियमों का उल्लंघन हो रहा है।
कैसे पूरा हो लक्ष्य -
रॉयल्टी जमा करने के लिए शासन से खनिज विभाग को लक्ष्य मिलता है किस तरीके से लक्ष्य पूरा हो जब यहां टीपी जैसे अनेकों खेल चल रहे हैं । यदि वास्तविक तौर पर टीपी कटने लगे और एक टीपी में एक ही चक्कर रेत का परिवहन हो तो शासन के कोष में काफी इजाफा हो सकता है और लक्ष्य पूरा करने के मे भी सरलता हो सकती है किंतु यहां खुली लूट मची हुई है। एक टीपी पर 2 ,3 चक्कर रेत का परिवहन हो रहा है दूरी अधिक तथा समय भी अधिक दिया जाता है। ऐसे में वाहन स्वामी एवं चालक आराम से इस कारोबार में मोटी कमाई कर रहे हैं। जिला कलेक्टर एवं प्रशासनिक अधिकारी टीपी के खेल की जांच करें तो दूध का दूध और पानी का पानी दिख जाएगा