सुषमा स्वराज को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी.
संजीव मिश्रा सीधी -
अभी उनका पार्थिव शरीर भाजपा मुख्यालय में रखा गया है जहां नेता और कार्यकर्ता उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं.
इस साल जब सुषमा स्वराज ने चुनाव न लड़ने का फैसला किया तो उनके पति स्वराज कौशल ने उन्हें शुक्रिया कहा था.
अपने चिर परिचित सेंस ऑफ़ ह्यूमर का इस्तेमाल करते हुए उन्होंने लिखा कि अब उनके पीछे दौड़ने के लिए वो इतने जवान नहीं रहे.
स्वराज कौशल ने लिखा था, "मैडम, अब चुनाव न लड़ने के फैसले के लिए बहुत शुक्रिया. मुझे याद है कि एक समय मिल्खा सिंह ने भी दौड़ना बंद कर दिया था."
"यह मैराथन 1977 से- 41 साल से चल रही है, आप 11 बार सीधे चुनाव लड़ चुकी हैं. बल्कि 1977 के बाद से आपने सारे चुनाव लड़े हैं, सिर्फ़ दो बार को छोड़कर जब 1991 और 2004 में पार्टी को आपने चुनाव नहीं लड़ने दिया था."
"आप चार बार लोकसभा, तीन बार राज्यसभा और तीन बार विधानसभा में चुनी गईं. आप 25 साल की उम्र से चुनाव लड़ रही हैं."
"मैडम मैं बीते 46 साल से आपके पीछे दौड़ रहा हूं. अब मैं 19 साल का लड़का नहीं रहा. प्लीज़, मेरी सांस भी अब फूलने लगती है. शुक्रिया."