एसबीआई की मुख्य शाखा में मनाया गया भारत पेंशनर समाज 24वॉ स्थापना दिवस
एम.पी, सी.जी में यूनों रजिस्ट्रेशन में लहराया सीधी का परचम - शाखा प्रबंधक
सीधी, - मंगलवार 17 दिसंबर 2019 को भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा सीधी में भारत पेंशनर्स समाज का 24 वॉ स्थापना दिवस एवं वार्षिक मिलन समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ राजेश मिश्रा वरिष्ट समाज सेवी, अध्यक्ष आर एस प्रजापति मुख्य प्रबंधक एसबीआई बैंक, विशिष्ट अतिथि द्वय देवराज सिंह, संजीव मिश्रा का.क. जिला अध्यक्ष मध्य प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ , वरिष्ठ पेंशनर डॉ अमरेंद्र सिंह, बी.के. खरे, डॉक्टर नागेंद्र सिंह, शिवानंद शाह सीएम कंप्लायंस आरबीओ रीवा 06 एवं कार्यक्रम का सफल मंच संचालन अटल मिश्रा द्वारा किया गया। उक्त कार्यक्रम में पेंशनर्स समाज को अधिक से अधिक सुविधा मुहैया कराने हेतु विशेष चर्चा कर हल के प्रारूप तय किये गयें।
कार्यक्रम में अतिथियों एवं सभी वक्ताओं द्वारा प्रमुख रूप से पेंशनर्स समाज की समस्याओं से संबंधित चर्चा एवं उनके निदान के रास्ते खोजने के साथ साथ उनके स्वस्थ्य एवं प्रसन्न रहने हेतु शुभकामनाएं व्यक्त की गयीं। मुख्य अतिथि डॉ. राजेश मिश्रा के ऊर्जावान वक्तव्य से आये हुए समस्त आगंतुक एवं आम जनमानस में उर्जा का संचार हुआ। वहीं मुख्य शाखा प्रबंधक आर यस प्रजापति द्वारा बताया गया कि एसबीआई सीधी की शाखा डिटिलाइजेशन प्रक्रिया में यूनो रजिस्ट्रेशन करवाने में सीधी ने प्रथम स्थान अर्जित किया है। यूनो रजिस्ट्रेशन के द्वारा 126 तरह की बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध है, मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में सीधी को प्रथम स्थान हासिल होना हम सब के लिये गौरव का विषय है। यह प्रकृया वर्तमान समय में सबसे वेहतर और सबसे सुरक्षित है जिसे उपभोक्ताओं द्वारा भरपूर सराहा जा रहा है। वहीं मंच संचालन कर रहे अटल मिश्रा ने बताया कि हम सब का यह प्रयास सदैव रहता है कि कम स्टाफ होने के बाबजूद सभी ग्राहकों को कम से कम समय में वेहतर सेवा प्रदान की जा सके।
कैश निकालने का तरीका बनाता है सुरक्षित - अटल मिश्रा
अटल मिश्रा ने बताया की योनो कैश की सुविधा योनो ऐप इस्तेमाल करने वाले खाताधारकों के लिए ही है। मान लो किसी खाताधारक को 10,000 रुपये निकालने हैं तो वह योनो ऐप में यह रकम फीड करेगा। यह रकम फीड करते ही एक रेफरेंस कोड जनरेट होगा। इसके बाद वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) मिलेगा।
रेफरेंस कोड और ओटीपी सिर्फ रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ही आएगा। अब इन दोनों नंबरों की मदद से 30 मिनट के अंदर एटीएम बूथ से बिना एटीएम कार्ड का इस्तेमाल किए पैसा निकाला जा सकता है। खाताधारक को मशीन की स्क्रीन पर दिख रहे योनो कैश विकल्प को छूना (टच करना) होगा। मशीन पहले ओटीपी फिर रेफरेंस कोड पूछेगी। दोनों नंबर फीड करते ही कैश खाताधारक के हाथ में होगा। इसमें निकाली जाने वाली रकम फीड करने की जरूरत नहीं है।
इसकी खासियत से है कि दूर बैठे किसी व्यक्ति को रुपयों की जरूरत है और उसके पास एटीएम नहीं है तो वह पारिवारिक सदस्य से ओटीपी फिर रेफरेंस कोड जानकर देश के किसी भी कोने में एसबीआई के एटीएम से रुपये निकाल सकेगा।