केक काटकर मौत को सेलिब्रेट किया, फिर जहर मिला सॉफ्ट ड्रिंक पीकर जान दे दी

507 By 7newsindia.in Wed, Aug 30th 2017 / 08:37:59 कानून-अपराध     

इंदौर: विजय नगर क्षेत्र के गुरु नगर में पति से अलग रह रही युवती और उसकी सहेली ने एक साथ सॉफ्ट ड्रिंक्स में जहर मिलाकर पी लिया। खुदकुशी करने से ठीक पहले दोनों ने केक काटकर सेलिब्रेशन किया और आखिरी सेल्फी भी ली। इसके बाद मोबाइल फॉर्मेट कर दिया। दोनों के अलग-अलग सुसाइड नोट भी मिले हैं। दोनों ने जिंदगी से त्रस्त होकर जान देने की बात लिखी है। एक युवती रचना कॉल सेंटर पर और दूसरी तन्वी कैटरिंग का काम करती थी। एक महीने से दोनों किराए के मकान में साथ रह रही थीं। दो दिन से कॉल सेंटर पर न जाने पर रचना का साथी घर पहुंचा तो घटना का पता चला। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर दोनों के शव निकाले। 25 वर्षीय रचना धार और 24 वर्षीय तन्वी बड़वानी की मूल निवासी थीं। 

पुलिस को जो सुसाइड नोट मिले हैं, उनमें तारीख 27 अगस्त लिखी है। रचना का 6 साल का बेटा है, जो धार में नाना-नानी के साथ रहता है। परिवार में दो छोटे भाई हैं। वहीं तन्वी के जीजा ने बताया कि वह जॉब करने के लिए परिवार से अलग रह रही थी। साथी घर पहुंचा तो घटना का पता चला पुलिस के मुताबिक रचना के साथ कॉल सेंटर में काम करने वाले भूपेंद्र ने बताया वह दो दिन से फोन लगा रहा था। रिसीव नहीं हुआ। सोमवार को रचना जॉब पर भी नहीं आई तो मंगलवार को उसके घर पहुंचा। उसके ऊपरी मंजिल पर रहने वाली किराएदार महिलाओं ने बताया कि रविवार से दोनों को घर के बाहर निकलते नहीं देखा। इस पर मकान मालिक विजय सिंह को सूचना दी। वे आए और रोशनदान से झांका तो दोनों के शव कमरे में पड़े थे। डायल 100 पर सूचना देकर पुलिस को बुलाया। पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ा। एफएसएल टीम भी पहुंची। उसके मुताबिक दोनों की मौत रविवार शाम या रात में हुई है। 

 

पहले दोनों कैटरिंग में साथ काम करती थीं 

घटनास्थल पर पहुंचे एएसपी मनोज राय ने बताया कि आत्महत्या से पहले दोनों ने मोबाइल फॉर्मेट कर दिए। उनके मोबाइल में सिर्फ दोनों की सेल्फी मिली है। खुदकुशी से पहले उन्होंने सेलिब्रेशन भी किया था। रचना भी पहले कैटरिंग कंपनी से जुड़ी थी, तभी उसकी तन्वी से दोस्ती हुई। बाद में वह कॉल सेंटर में काम करने लगी। 

 

 

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शव पति को नहीं देना सुहागन जैसा मत सजाना 

मैं अपनी मौत की जिम्मेदार खुद हूं। जीवन से परेशान होकर यह कदम उठा रही हूं। मेरे मरने के बाद शव आप धार ले जाना और सुहागन की तरह अंतिम संस्कार मत करना, सिर्फ बेटी की तरह करना। पति अशोक को मेरा शव मत देना। मैं उसके साथ नहीं रहना चाहती हूं, नफरत करती हूं। बेटे युग को अपने साथ रखकर माता-पिता जैसा प्यार देना।
 

 

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मां और पिता को संबोधित रचना के दो पेज के सुसाइड नोट के अंश....

दीदी और जीजाजी...आई लव यू...। मैं जीवन से त्रस्त हो चुकी हूं, इसलिए जान दे रही हूं। मेरी मृत्यु के बाद किसी परिजन को परेशान न किया जाए। 

         -तन्वी ने एक पेज का सुसाइड नोट दीदी और जीजा के नाम लिखा है।  

 







 

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