MP : डेंटल कॉलेज : भोपाल में ऋषिराज और मानसरोवर डेंटल कॉलेज सहित प्रदेश के सात काॅलेजों में हुए अवैध तरीके से एडमिशन

1192 By 7newsindia.in Wed, Aug 30th 2017 / 08:57:28 कानून-अपराध     

राजधानी के दो निजी डेंटल कॉलेज सहित राज्य के 7 डेंटल कॉलेजों में संचालित एमडीएस कोर्स में 100 उम्मीदवारों को बिना किसी प्रवेश परीक्षा के एडमिशन देने का मामला सामने आया है। बिना प्रवेश परीक्षा निजी कॉलेजों में दाखिला लेने वालों में मप्र मेडिकल यूनिवर्सिटी जबलपुर के रजिस्ट्रार डॉ. शीतल पांडेय की बेटी स्वर्णम पांडे का नाम भी शामिल है। इसकी शिकायत मिलने पर यूनिवर्सिटी कुलपति डॉ. आरएस शर्मा ने मामले की जांच करने के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है। इसकी शिकायत इंदौर के आरटीआई एक्टिविस्ट एवं सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. आनंद रॉय ने की थी। 

                                        मेडिकल यूनिवर्सिटी की नामांकन शाखा के अफसरों ने बताया कि शैक्षणिक सत्र 2016-17 में भोपाल के मानसरोवर और ऋषिराज डेंटल कॉलेज सहित 7 डेंटल कॉलेजों में 114 स्टूडेंट्स के एडमिशन चिकित्सा शिक्षा विभाग और निजी कॉलेज संचालकों ने किए। सभी उम्मीदवारों में एडमिशन की प्रक्रिया पूरी कर यूनिवर्सिटी में अपना नामांकन कराने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था। रजिस्ट्रेशन फाॅर्म में चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा कराई गई नीट यूजी काउंसलिंग 2016 का सीट एलॉटमेंट लेटर ऑनलाइन अपलोड नहीं किया है। शुरुआती जांच में इन उम्मीदवारों के एडमिशन कॉलेज संचालकों द्वारा मैनेजमेंट कोटे से किए जाने का खुलासा हुआ है। इसकी पुष्टि करने के लिए सभी डेंटल कॉलेजों के डीन को नोटिस जारी कर स्टूडेंट्स के सीट और कॉलेज एलॉटमेंट लेटर और नीट यूजी 2016 की मार्कशीट मांगी है। 

 

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  2 सितंबर को होगी समिति की बैठक, एक हफ्ते में सौंपेगी रिपोर्ट 

एमडीएस में अवैध तरीके से एडमिशन मामले की जांच समिति के सदस्य डॉ. चंद्रेश शुक्ला ने बताया कि समिति की बैठक 2 सितंबर को होगी। कॉलेजों से उम्मीदवारों के एडमिशन से जुड़े दस्तावेज मंगा लिए गए हैं। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने तीन सदस्यीय जांच समिति का अध्यक्ष विक्रम यूनिवर्सिटी उज्जैन के कुलपति प्रो. एसएस पांडेय को बनाया है। बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. प्रमाेद कुमार वर्मा को समिति का सदस्य बनाया गया है। बकौल डॉ. शुक्ला समिति के तीनों सदस्य अगले एक हफ्ते में अपनी जांच रिपोर्ट मेडिकल यूनिवर्सिटी कुलपति डॉ. आरएस शर्मा को सौंप देगी। 

    इन कॉलेजों में हुए अवैध तरीके से एडमिशन

भोपाल के मानसरोवर डेंटल कॉलेज, ऋषिराज डेंटल कॉलेज, इंदौर के मॉडर्न डेंटल कॉलेज श्री अरविंदो डेंटल कॉलेज, शासकीय डेंटल कॉलेज, जबलपुर का हितकारिणी डेंटल कॉलेज और ग्वालियर के महाराणा प्रताप कॉलेज ऑफ डेंटल साइंसेस में अवैध तरीके से एडमिशन हुए हैं।  

            डीएमई काउंसलिंग कमेटी भी जांच के दायरे में 

डॉ. रॉय ने बताया कि एमडीएस कोर्स में शैक्षणिक सत्र 2016 में एमडीएस कोर्स में एडमिशन अवैध तरीके से किए जाने के मामले में संचालनालय चिकित्सा शिक्षा विभाग के अफसरों की भूमिका की जांच होना चाहिए। उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने बीते साल मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में संचालित पीजी कोर्स में एडमिशन राज्य सरकार की नीट यूजी काउंसलिंग से करने की व्यवस्था दी थी। बावजूद इसके कॉलेज संचालकों ने कॉलेजों में मैनेजमेंट कोटे से 100 से ज्यादा उम्मीदवारों के एडमिशन किए। कॉलेज संचालकों को पीजी की खाली सीटों को मैनेजमेंट कोटे से भरने का मौका राज्य सरकार की काउंसलिंग कमेटी ने मुहैया कराया। 

 

 

 

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