अंतरराष्ट्रीय सरोद वादक अपनी उपेक्षा से नाराज़, सीएम और पीएम को लिखी चिट्टी

301 By 7newsindia.in Mon, Dec 18th 2017 / 05:42:52 मध्य प्रदेश     

ग्वालियर / सर्वेश त्यागी
सरोद की अनूठी लयकारी व धुनों से लोगों का दिल जीतने वाले उस्ताद अमजद अली खान ने मप्र की जमीन पर फिर कभी सरोद नहीं बजाने का फैसला किया है इसके लिये उन्होंने सीएम शिवराज सिंह को पत्र लिख कर अपनी नाराजगी जाहिर की है। उस्ताद अमजद अली खां ने पत्र में राज्य के संस्कृति विभाग द्वारा उपेक्षा से क्षुब्ध होकर यह आरोप लगाया है। 

उस्ताद प्रदेश के संस्कृति विभाग द्वारा तानसेन समारोह में प्रस्तुति के लिए नहीं बुलाए जाने से नाराज हैं। उन्होंने सीएम को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी।  आगामी 22 दिसंबर से 26 दिसंबर तक ग्वालियर में तानसेन समारोह होना है। इस आयोजन में प्रदेश के संस्कृति विभाग द्वारा संगीत व कला जगत की प्रमुख हस्तियों को प्रस्तुतियां देने के लिए आमंत्रित किया जाता है।  संस्कृति विभाग ने दुनियाभर में मशहूर सरोदवादक उस्ताद अमजद अली खान इस कार्यक्रम का न्यौता नहीं दिया है। जिससे वे नाराज हो गये हैं। इस संबंध में उन्होंने सीएम शिवराज को पत्र लिखकर संस्कृति विभाग द्वारा उन्हें उपेक्षित किए जाने के आरोप लगाए हैं। साथ ही अब कभी मध्यप्रदेश में सरोद ना बजाने की बात कही है।

पद्मश्री और पद्म विभूषण सम्मान प्राप्त है अमजद।

युवावस्था में ही उस्ताद अमजद अली खां ने सरोद वादन में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कर ली थी और 1971 में उन्होंने द्वितीय एशियाई अंतर्राष्ट्रीय संगीत सम्मेलन में भाग लेकर रोस्टम पुरस्कार प्राप्त किया था। यह सम्मेलन यूनेस्को की ओर से पेरिस में आयोजित किया गया था। जिसमें उन्होेंने आकाशवाणी के प्रतिनिधि के रूप में भाग लिया था। अमजद अली ने यह पुरस्कार मात्र 26 साल की उम्र में प्राप्त किया था।

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