3 वर्षों में कोई भी गरीब कच्चे मकान में नहीं रहेगा व हर गरीब को निशुल्क विद्युत कनेक्शन दिया जाएगा : शिवराज
रीवा। रीवा । रीवा जिले की गुढ़ तहसील में विश्व का सबसे बड़ा सोलर पावर प्लांट स्थापित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने इस सोलर पावर प्लांट का समारोह पूर्वक भूमिपूजन किया। इस प्लांट से 750 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। यह प्लांट मात्र 2.97 रूपये प्रति यूनिट की लागत से बिजली का उत्पादन करेगा। जो दुनिया में सबसे कम है। समारोह में प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना का भी शुभारम्भ किया गया। समारोह में शासन की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से हितग्राहियों को स्वीकृत हितलाभ का वितरण मुख्यमंत्री श्री चैहान ने किया। मुख्यमंत्री ने समारोह में बदवार ग्राम में हायर सेकण्डरी स्कूल खोलने की घोषणा की। समारोह में सौभाग्य योजना की स्मारिका का विमोचन किया गया।
केंद्रीय उर्जा मंत्री आरके सिंह और सीएम शिवराज सिंह चौहान ने गुढ क्षेत्र की बदवार पहाड़ी पर दुनिया के सबसे बड़े सोलर पावर प्लांट परियोजना की आधारशिला रखी। 45 सौ करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस प्लांट से 750 मेगावॉट बिजली का उत्पादन होगा। इस अल्ट्रा मेगा सोलर प्लांट के लिए 1600 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की गई है। खास बात यह है कि यहां पैदा होने वाली बिजली से दिल्ली की मेट्रो रेल दौड़ेगी। यहां पैदा होने वाली बिजली में से 60 फीसदी बिजली दिल्ली मेट्रो ट्रेन के लिए देने का करार सरकार ने किया है। शेष 40 प्रतिशत बिजली मप्र को मिलेगी। बताया जा रहा है कि यहां सस्ती बिजली का उत्पादन किया जाएगा। बिजली उत्पादन के लिए तीन कंपनियां काम करेंगी। जिनमें महेन्द्रा रिन्यूएवल्स प्राइवेट लिमिटेड मुम्बई, होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड गुड़गांव तथा सोलेनर्जी पावर प्राइवेट लिमिटेड पोर्ट लुईस मॉरिशस शामिल हैं।
लगभग तीन रुपए प्रति यूनिट होगी दर- सौर ऊर्जा पावर प्लांट परियोजना के तहत ढाई सौ मेगावॉट की तीन इकाईयां विकसित की जा रही हैं। इकाइयों द्वारा प्रथम वर्ष के लिए दिए गए प्रति यूनिट टेरिफ के अंतर्गत महिन्द्रा द्वारा 2.979 रुपए प्रति यूनिट, दूसरी इकाई एक्मे सोलर 2.97 रुपए प्रति यूनिट तथा सोलेनर्जी पावर के लिए 2.974 रुपए प्रति यूनिट की दरें दी गई हैं। बताया गया है कि कंपनियों द्वारा बदवार पहाड़ में पावर ग्रिड का निर्माण करा लिया गया है। जबकि पैनल की स्थापना का काम शेष है। पैनल स्थापित करने के लिए कंपनियों ने फाउण्डेशन का निर्माण कार्य भी पूरा करा लिया है।
ग्राम बदवार में आयोजित उक्त कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चैहान ने कहा कि विश्व का सबसे बड़ा पावर प्लांट रीवा में स्थापित होना हम सबके लिए गर्व की बात है। विंध्य क्षेत्र थर्मल पावर तथा जल विद्युत का केन्द्र होने के साथ-साथअब सोलर पावर का भी केन्द्र बन गया है। पर्यावरण को बिना हानि पहुंचाए हुए दुनिया की सबसे कम दर की सोलर ऊर्जा इस प्लांट से बनेगी। रीवा सोलर प्लांट की ऊर्जा से राजधानी दिल्ली की मैट्रो रेल दौड़ेगी। संयंत्र से सस्ती बिजली मिलने पर घरों को तथा उद्योगों को कम दर पर बिजली मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने हर घर में बिजली का कनेक्शन देने के लिए सौभाग्य योजना आरम्भ की है। इस योजना से आगामी वर्ष 2018 के दिसम्बर माह तक मध्यप्रदेश के हर घर को बिजली का कनेक्शन दे दिया जायेगा। इस योजना से इस वर्ष रीवा जिले में पांच हजार कनेक्शन दिये जा रहे हैं। ऊर्जा के क्षेत्र में प्रदेश में पिछले पांच वर्षों में दो लाख करोड़ का निवेश हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश की सरकार गरीबों के कल्याण के लिए लगातार प्रयास कर रही है। हम 24 घंटे बिजली दे रहे हैं। हर गरीब को जमीन पर मालिकाना हक देने के लिए कानून बनाया गया है। इसके तहत रीवा जिले में 15 हजार परिवारों को भू अधिकार पत्र दिया जा रहा है। गरीबों को प्रधानमंत्री आवास योजना से इस वर्ष आठ लाख पक्के आवास दिये जा रहे हैं। इस योजना से अगले तीन वर्ष में हर गरीब के आवास का सपना सच हो जायेगा। समारोह में मुख्यमंत्री ने शिक्षा के विकास, स्वरोजगार, निरूशुल्क दवा वितरण, महिला सशक्तिकरण तथा भावांतर भुगतान योजना के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विन्ध्य क्षेत्र के किसान मेहनती हैं। यहां बाणसागर बांध से सिंचाई सुविधा मिलने पर किसान हर फसल का अच्छा उत्पादन ले रहे हैं। महिलाओं को वन विभाग को छोड़कर सभी विभागों में 33 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। समारोह में केन्द्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आर.के.सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश की सरकार ने गरीबों के कल्याण तथा प्रदेश के विकास के लिए सराहनीय कार्य किया है। जिस पर केन्द्र सरकार को गर्व है। प्रदेश में 24 घण्टे बिजली दो वर्षों से दी जा रही है। उन्होंने कहा कि मार्च 2019 के बाद बिजली कटौती होने पर जुर्माना लगाने के लिए शीघ्र ही कानून बनाया जा रहा है। रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर प्लांट देश ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे अच्छी सोलर परियोजनाओं में से एक है। समारोह में मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री पारस जैन ने कहा कि सोलर प्लांट इस क्षेत्र के लिए बड़ी सौगात है। प्रदेश में सौभाग्य योजना से 42 लाख परिवारों को कनेक्शन दिया जा रहा है। उन्होंने भावांतर योजना तथा फीडर विभक्तिकरण की भी जानकारी दी। समारोह में उद्योग तथा खनिज मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि सोलर पावर प्लांट से गैर परम्परागत ऊर्जा को नई दिशा मिलेगी। बदवार की उजाड़, बंजर भूमि पर विश्व का सबसे बड़ा सोलर प्लांट आगामी वर्ष सितम्बर माह तक तैयार हो जायेगा। इससे प्राप्त आय में से 15 करोड़ रूपये की राशि गुढ़ क्षेत्र के विकास में खर्च की जायेगी। समारोह में अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव आईसीपी केसरी तथा नवकरणीय ऊर्जा के सचिव मनु श्रीवास्तव ने प्रदेश की ऊर्जा परियोजनाओं की जानकारी दी। समारोह में ऊर्जा विकास निगम के अध्यक्ष विजेन्द्र सिंह सिसोदिया, विन्ध्य विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष सुभाष सिंह, विधायक गुढ़ सुन्दर लाल तिवारी, विधायक सिरमौर दिव्यराज सिंह, विधायक मनगवां शीला त्यागी, पूर्व विधायक नागेन्र्द सिंह तथा पुष्पराज सिंह, प्रबंध संचालक म.प्र.पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी एम.सी. गुप्ता, कमिश्नर एस.के.पॉल, कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक, मुख्य अभियंता के.एल.बर्मा, जिला पंचायत उपाध्यक्ष रीवा विभा पटेल, जिला पंचायत उपाध्यक्ष शहडोल पूर्णिमा तिवारी, विद्या प्रकाश श्रीवास्तव तथा हजारों हितग्राही उपस्थित रहे।
उद्दोग मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल का एक सपना हुआ साकार, विश्व के सबसे बड़े सोलर प्लांट का हुआ शिलान्यास
पूर्व ऊर्जा , नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री वर्तमान उद्दोग एवं खनिज मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने गुढ़ के बदवार पहाड़ियों मे विश्व के सबसे बड़े सौर ऊर्जा संयंत्र का सपना देखा था वह आज मूर्त रूप ले रहा है । विंध्य आज भारत की ऊर्जाधानी बनने जा रहा है । अधोसंरचना का कार्य यहा पर पूर्णता की ओर हैं अब सौर पैनल लगाने का कार्य प्रारम्भ हो रहा है अगले कुछ महीनों मे यहा से विददुत उत्पादन प्रारम्भ हो जायेगा । इसी के साथ रीवा विश्व पटल पर अपनी दस्तक देगा । आज प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री श्री आर.के.सिंह की उपस्थिती मे उद्दोग मंत्री राजेन्द्र शुक्ल के इस सपने को शिलान्यास कर साकार किया । 1560 हेक्टेयर क्षेत्र मे निर्मित हो रही इस परियोजना मे 4500 करोड़ रुपये का निवेश है । वर्तमान में हमारी ऊर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति का सबसे बड़ा साधन पेट्रोलियम तथा कोयला है। पृथ्वी में इनके भंडार सीमित है। लगातार बढ़ती मांग तथा उपयोग से भविष्य में पेट्रोलियम पदार्थ के भंडार समाप्त होने का भय है। पेट्रोलियम समाप्त होते ही हमारी प्रगति का चक्र थम जायेगा। मानव अस्तित्व बचाये रखना भी मुश्किल होगा। इस लिये हमे ऊर्जा के वैकल्पिक तथा अक्षय स्त्रोतों पर ध्यान देना आवश्यक है। ऊर्जा का सदा से सबसे बड़ा स्त्रोत सूर्य रहा है। इसलिये भविष्य में हमारी ऊर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति का सबसे बड़ा साधन सूर्य बनेगा। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिये जिले के गुढ़ कस्वे के पास बदवार गांव में रीवा अल्ट्रा मेगा सौर ऊर्जा केन्द्र स्थापित किया जा रहा है। यह विश्व का सबसे बड़ा सौर ऊर्जा केन्द्र है। इससे 750 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। रीवा अल्ट्रा मेगा सौर ऊर्जा संयंत्र के निर्माण के लिए 1542 हेक्टेयर भूमि उपलब्ध करायी गयी है। इसमें गुढ़ तहसील के ग्राम बदवार बरसैतादेश, बरसैता पहाड़, इटार पहाड़ तथा रामनगर पहाड़ की शासकीय एवं निजी भूमि शामिल है। सौर एनर्जी कार्पोरेशन द्वारा सोलर प्लांट लगाने के लिए अधोसंरचना विकास का कार्य पूरा कर दिया गया। इनमें सोलर प्लेट लगाने के लिए निर्माण कार्य का शिलान्यास मुख्यमंत्री कर रहे हैं। सोलर प्लांट से प्राप्त बिजली के वितरण के लिए विद्युत लाइने बिछाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। विद्युत वितरण केन्द्र का निर्माण भी लगभग पूरा हो गया है। सोलर प्लेट तथा अन्य उपकरण स्थापित करते ही इससे बिजली का उत्पादन आरंभ हो जायेगा। इस परियोजना के प्रारंभिक कार्यों के लिए एमएनआरई द्वारा बीस लाख रूपये प्रति मेगावाट के दर 150 करोड़ रूपये का अनुदान दिया गया है। अल्ट्रा सोलर पावर प्लांट में तीन कम्पनियों द्वारा 750 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जायेगा। इसमें महिन्द्रा रिन्युएवल प्राइवेट लिमिटेड मुम्बई द्वारा 250 मेगावाट, एक्मे जयपुर सोलर पावर प्राइवेट लिमिटेड गुरूग्राम द्वारा 250 मेगावाट तथा एरिसन क्लीन एनर्जी लिमिटेड द्वारा 250 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जायेगा। यहां से उत्पादित 76 प्रतिशत बिजली मध्यप्रदेश राज्य सरकार द्वारा खरीदी जायेगी। शेष 24 प्रतिशत बिजली नई दिल्ली मेट्रो रेल परियोजना को दी जायेगी। देश की राजधानी की जन परिवाहन का आधार मेट्रो रेल रीवा की सौर ऊर्जा से दौडेगी। इससे 25 वर्षों में राज्य शासन को 2086 करोड़ रूपये तथा दिल्ली मेट्रो को 1220 करोड़ रूपये का लाभ होगा। इस परियोजना का विकास सोलर एनर्जी कार्पोरेशन तथा मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम द्वारा किया जा रहा है। यह परियोजना विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित देश की प्रथम एवं एक मात्र सौर परियोजना है। इसके शुरू हो जाने से ऊर्जा संरक्षण के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण को बन मिलेगा। यह परियोजना पूरी तरह से पर्यावरण प्रदूषण मुक्त परियोजना है इससे बिना किसी खर्च लगातार लम्बे समय तक विद्युत ऊर्जा की प्राप्ति हो सकेंगी। यह परियोजना देश की नवकरणीय ऊर्जा को नई दिशा तथा नई उचाईयां प्राप्त करेंगी। इसी के साथ आज प्रदेश मे प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना “सौभाग्य” का भी शुभारंभ हुआ । इसके तहत प्रदेश के 43 लाख घरों को बिजली मिलेगी । इस पर लगभग 3600 करोड़ रुपये की राशि व्यय होगी तथा गरीब परिवारों को निःशुल्क कनेक्सन दिया जायेगा ।
रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर प्लांट देश ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे अच्छी सोलर परियोजनाओं में से एक
दुनिया के सबसे बड़े सोलर प्लांट की आधारशिला रखते ही विंध्य क्षेत्र के रीवा जिले का नाम इतिहास के पन्नों पर दर्ज हो गया है। प्राकृतिक और पर्यावरणीय धरोहरों के लिए चर्चित रीवा के नाम पर एक और नई उपलब्धि जुड़ गई है। सोलर पॉवर प्लांट के शिलान्यास के साथ ही ऊर्जा के क्षेत्र में विंध्य प्रमुख केन्द्र बनकर उभरेगा। जिसमें रीवा की भागीदारी अहम होगी। 750 मेगावॉट क्षमता के इस पॉवर प्लांट से दिल्ली मेट्रो सहित देश ने नामचीन उद्योगों को प्रदेश के बाहर भी बिजली की आपूर्ति की जाएगी। अभी तक विंध्य क्षेत्र के सिंगरौली में कोयला से जहां विद्युत तैयार की जाती थी। वहीं रीवा पानी से बिजली बनाने का कार्य वर्षों से चल रहा है। लेकिन अब सौर ऊर्जा से जहां विद्युत तैयार होगी वहीं कचरे से विद्युत बनाने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है।
देश के लिए बड़ी उपलब्धी
बदवार में सोलर प्लांट की आधारशिला रखते समय सीएम शिवराज ने संबोधित करते हुए कहा कि रीवा का सोलर प्लांट देश के लिए एक बड़ी उपलब्धी है। इसके बनने से जहां प्रदेश के बेरोजगार भाईयों को रोजगार मिलेगा वहीं विश्व स्तर पर प्रदेश का नाम होगा। मंच पर कहा कि अभी तक विंध्य में कोयला और पानी से बिजली बनती थी अब सौर ऊर्जा और कचरे से बिजली बनेगी। जो शादय भारत और विश्व में पहला एक ऐसा राज्य होगा।
1 बजे पहुंचे सीएस
मुख्यमंत्री सुबह11.05 बजे भोपाल से वायुयान से प्रस्थान कर दोपहर 12.05 बजे हवाई पट्टी रीवा पहुंचे। यहां से हेलीकॉप्टर द्वारा 1 बजे बदवार शिलान्याश स्थल पर गए। इसके बाद 1.5 बजे मंच पर पहुंचे। 1.10 मंच पर स्वागत भाषण की शुरुआत की गई। बदवार में ही प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर सौभाग्य योजना का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में सीएम के साथ केन्द्रीय ऊर्जा एवं नवीन तथा नवकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री आरके सिंह भी मौजूद रहे।
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