शिवराज सरकार के लिए नई मुसीबत, कोलारस उपचुनाव पर पड़ेगा असर

448 By 7newsindia.in Tue, Jan 9th 2018 / 20:57:47 मध्य प्रदेश     

शिवपुरी / सर्वेश त्यागी
ग्वालियर। भाजपा के राज में खुद के जनपद अध्यक्ष जब धरने पर बैठे तो यह सिस्टम के खिलाफ बड़ी ही बात होती है। इससे और बड़ी बात यह है कि 2018 के चुनाव सिर पर है फिर भी भाजपा सरकार का इस ओर ध्यान नहीं है कि आम जनता के बीच पार्टी का क्या संदेश जाएगा। शिवपुरी जिले की करैरा जनपद अध्यक्ष बती आदिवासी व वार्ड नंबर ३ से जनपद सदस्य कुसमा आदिवासी सोमवार से पुलिस सहायता केन्द्र पर प्रशासन के खिलाफ धरने पर बैठ गई है। खास बात यह है कि जनपद अध्यक्ष आदिवासी होने के बाद भाजपा समर्थित हैं,इसके बाद भी पुलिस द्वारा कार्रवाई न होने से वे परेशान हैं।

अध्यक्ष व सदस्य ने मांग की है कि जनपद सीईओ को पद से हटाते हुए उनके खिलाफ मामला दर्ज कर सदस्य व अध्यक्ष पति के खिलाफ दर्ज प्रकरण वापस लिया जाए। दोनों ने प्रशासन को ३ दिन का अल्टीमेटम देते हुए कार्रवाई की मांग की है, नहीं तो फिर भूख हड़ताल करेंगी। जनपद अध्यक्ष बती आदिवासी ने यह आंदोलन सहरिया समाज संगठन के बैनर तले शुरू किया है। इसमें उनके साथ दो दर्जन से अधिक महिलाएं शामिल है।

इस मामले में रोचक बात यह है कि एक तरफ जहां कोलारस उपचुनाव में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आदिवासियो के लिए कई योजनाओं की सौगात दे रहे है वहीें करैरा में पुलिस प्रशासन द्वारा एक आदिवासी जनपद अध्यक्ष की अनसुनी की जा रही है। इस मामले में आंदोलन के दौरान करैरा के पूर्व व पिछोर के वर्तमान एसडीएम सीबी प्रसाद ने भी जनपद अध्यक्ष व सदस्य को समझाने की कोशिश की लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।

जनपद अध्यक्ष के समर्थन में कोई भाजपा नेता तो नहीं आया लेकिन कांग्रेस के जिला महामंत्री एवं अनुसूचित जाति के प्रदेश संयोजक डॉक्टर केएल राय, कांग्रेस ब्लॉक उपाध्यक्ष रामजी दुबे सहित कई संगठनों के पदाधिकारियों ने समर्थन दिया।इस धरने को देख लोग यह भी कहते सुने गए कि पुलिस के सामने ही शासकीय कार्य में बाधा की आरोपी सदस्य धरना प्रदर्शन कर रही है लेकिन पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर रही।

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