बाल विवाह को रोकने के लिए दल गठित

292 By 7newsindia.in Tue, Apr 17th 2018 / 18:46:59 मध्य प्रदेश     
सीधी: कलेक्टर दिलीप कुमार ने 18 अप्रैल 2018 को अक्षय तृतीया को दृष्टिगत रखते हुए सीधी जिले में होने वाले संभावित बाल विवाह को रोकने के लिए बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए प्रत्येक विकास खण्ड में  उडऩदस्तों के बलों का गठन किया है। विकासखण्ड सीधी के दल प्रभारी अनुविभागीय अधिकारी गोपद बनास, विकासखण्ड रामपुर नैकिन के दल प्रभारी अनुविभागीय अधिकारी  चुरहट, विकासखण्ड सिहावल के दल प्रभारी अनुविभागीय अधिकारी  सिहावल, विकासखण्ड मझौली के दल प्रभारी अनुविभागीय अधिकारी  मझौली और विकासखण्ड कुसमी के दल प्रभारी अनुविभागीय अधिकारी  कुसमी को नियुक्त किया है।
श्री कुमार ने निर्देष दिए है कि  उक्त दल अपने-अपने क्षेत्राधिकार अंतर्गत होने वाले सामूहिक विवाहों में वर-वधुओं की आयु के प्रमाण पत्रों का अवलोकन करेंगे। किसी भी परिस्थिति में वर की आयु 21 वर्ष से कम तथा वधु की आयु 18 वर्ष से कम न हो। वर अथवा वधु की आयु कम पाये जाने पर बाल विवाह रोकने का प्रयास करेंगे। अन्यथा वैधानिक कार्यवाही करेंगे।
श्री कुमार ने निर्देष दिए है कि  उक्त अवधि में किसी भी बाल विवाह की शिकायत पाये जाने पर उक्त दल सामूहिक रूप से विवाह स्थल पर जाकर वर-वधु की आयु नहीं पाये जाने पर बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम (पी.सी.एम.ए.) 2006 जो कि 01 जनवरी 2007 से अधिसूचित है, के अनुसार वैधानिक कार्यवाही करेगा। किसी भी स्थिति में दल द्वारा जिले में एक भी बाल विवाह का प्रकरण न हो, इसके लिये कार्य करेगा।
  श्री कुमार ने बताया कि उडऩदस्तों के दलों द्वारा यदि उनके क्षेत्राधिकार में कोई बाल विकाह का प्रकरण पाया जाता है तो बाल विवाह करने वाले, बाल विवाह को प्रोत्साहित करने वाले जैसे बाल विवाह में सम्मिलित बाराती, विवाह स्थल/गार्डन मालिक, टेन्ट हाउस मालिक, खाना बनाने वाले रसोईया, केटरर, काजी, पण्डित तथा पत्रिका छापने वाले प्रिटिंग प्रेस के मालिक के विरूद्ध भी बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के धारा 10 के तहत वैधानिक कार्यवाही की जावेगी।
 

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