भारत रक्षा मंच की बैठक समपन्न. श्रीमती शैलेष महिला प्रकोष्ट एवं सचिदानन्द युवा प्रकोष्ट अध्यक्ष मनोनीत हुए

339 By 7newsindia.in Mon, Jun 4th 2018 / 20:19:49 मध्य प्रदेश     
सीधी । भारत रक्षा मंच जिला इकाई सीधी के जिलाध्यक्ष संजीव मिश्रा के तत्वाधान में आवश्यक बैठक आहुत की गई जिसमें संगठात्मक चर्चा, सदस्यता संबधित चर्चा, २७ जून को स्थापना दिवस आयोजन, बंाग्लादेश एवं रोहिग्या मुसलमानों के घुसपैठ पर विस्तृत जागरूकता चर्चा एवं ०५ जून को विश्व पर्यावरण दिवस पर वास्तविक धरातल पर योजनओं के क्रियान्वयन हेतु चर्चा की गई। कार्यक्रम के द्वितीय चरण में संगठन को मजबूदी प्रदान करने की मंशा से राष्ट्रीय कार्यकारणी की अनुशंसा पर श्रीमती शैलेष सोनी मास्टर ट्रेनर, समाज सेवकी, हिन्दी अंग्रेजी एवं बघेली की जानकार को महिला प्रकोष्ट का जिलाध्यक्ष घोषित किया गया वहीं डा० सचिदानन्द तिवारी जो कि पेशे से प्रोफेसर हैं साथ ही स्वास्थय विभाग रहते हुए जन सेवा में सराहनीय योगदान है उन्हे युवा प्रकोष्ट का अध्यक्ष घोषित किया गया। खुसी के इस मौके पर सुशील शर्मा राष्ट्रीय मंत्री, श्रीमती आषा शुक्ल राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य एवं महिला प्रकोष्ट प्रमुख, अभय राज योगी रीवा विभाग प्रमुख एवं इकाई के सदस्यों द्वारा नव निर्वाचित अध्यक्षों का मुॅह मीठा करा कर शुभकामनायें दी गयी।
 
 
कार्यक्रम में चर्चा के दौरान जिलाध्यक्ष संजीव मिश्रा द्वारा ०५ जून २०१८ को विश्व पर्यावरण दिवस पर लगातार बढ रहे प्रदूषण के निवारण विषय पर चर्चा करते हुए बताया कि प्रकृति ईश्वर की अनुपम देन है को संजो, रखना समाज का कर्तव्य बन जाता है। अत: मानव समाज को पॉलीथीन से होने वाले प्रदूषण के बचाव के लिये बढ चढ कर आगे आना होगा और अपने.अपने स्तर पर इससे निपटने के लिये सहभागी होना होगा।  वहीं सुसील शर्मा द्वारा कहा गया कि इसमें चाहे बच्चें हों या बूढे, स्त्री हो या पुरूष शिक्षित हो या अशिक्षित अमीर हो या गरीब, शहरवासी हो या गाँववासी सभी को इससे निजात पाने के लिये सहृदय कार्य करना होगा।  श्रीमती आशा शुक्ल ने कहा कि परिवार के बडे सदस्य स्वयं पॉली का प्रयोग न करें साथ ही सभी दूसरे सदस्यों को भी इसका प्रयोग करने से रोकें। साथ ही आस.पास के लोगों को भी इसके विषय में जानकारी दें तो यह सबसे बडा कदम होगा इसके निवारण में। अभय राज योगी ने कहा कि बाजार खरीदारी करने जाएँ तो अपने साथ जूट या कपड़े निर्मित थैले लेकर जाएँ और यदि दुकानदार पॉली में सामान दें तो उनको भी इसका प्रयोग करने से रोकें और पॉली का बहिष्कार करें। श्रीमती शैलेष सोनी ने कहा कि यदि उपभोगता ही इसका भोग करना बंद कर दें तो इसकी जरूरत दिन प्रति दिन कम होती चली जाएगी और एक समय ऐसा भी आएगा जब पॉलीथीन का पूरे वातावरण से सफाया हो जाएगा। 
 
सीधी इकाई की उपाध्यक्ष कविता मिश्रा ने कहा कि महिलाएँ विशेषकर पॉलीथीन रूपी जहर को फैलाने से रोक सकती हैं क्योंकि महिला शक्ति की प्रतिमूर्ति है। वह रचनात्मक प्रकृति की होती है। घर बच्चों व समाज की निर्मात्री होती हैं। वहीं अर्पना मिश्रा ने कहा कि महिलायें अपनी प्रवृत्तिनुसार वह पॉलीथीन प्रदूषण निवारण में रचनात्मक कार्य कर सकती हैं। इसका सबसे अच्छा उदाहरण श्री सुंदर लाल बहुगुणा जी का चिपको आन्दोलन है जिसमें महिलाओं ने वृक्षों से लिपटकर इनको कटने से बचाया और यह एक मिसाल बन गई महिला शक्ति की। सुशील अग्रवानी ने कहा कि महिलाओं के साथ.साथ समाज के हर वर्ग को चाहे उसका कोई भी कार्य क्षेत्र हो, इस पॉलीथीन रूपी बीमारी से छुटकारा पाने के लिये अपना योगदान करना होगा। डा० दिलीप कुमार यादव ने कहा कि इसमें योगी, साधक, पुजारी, पादरी, मौलवी, समाज सुधारक, समाजसेवी संस्थाएं सभी को अपना योगदान कर इससे निजात पानी होगी तभी हम पर्यावरण को स्वच्छ एवं शुद्ध रख पाएँगे और अपने वाली पीढी को एक स्वस्थ वातावरण देने में सक्षम होंगे। डा० सचिदानन्द तिवारी ने कहा कि हम सरकारी तंत्र से भी यही आग्रह करना चाहेंगे कि पॉलीथीन का कम से कम प्रयोग करें और पॉली बनाने वाली इकाइयों को कम करें। इस प्रकार प्रकृति की गरिमा बनी रहेगी और जीव.जन्तु तथा पेड पौधे स्वस्थ एवं प्रदूषण मुक्त रहेंगे।
 
ये रहे उपस्थित -
शिवकरण सिंह मन्जू, मनीष पाण्डेय, हरीष कुमार अवधिया, डॉ० दीपक गर्ग, सुरेश पाण्डेय, संजय पाण्डेय, जयभारत सिंह, प्रवीण कुमार गुप्ता, रोहित प्रकास यादव, ओंकेश सोनी, दुर्गा केवट, कवि वृजेश सिह,  

 

Similar Post You May Like

ताज़ा खबर