महिला अपराधों पर लगेगा अकुंश - सूर्यकान्त शर्मा, अति० पुलिस अधीक्षक

401 By 7newsindia.in Wed, Oct 10th 2018 / 12:32:08 मध्य प्रदेश     

पुलिस ने बनाई भूल एक नसीहत शार्ट फिल्म, हर महिला को जागरूक करना उद्देश्य
विद्यालय खुलते ही वैन को दिखाई जायेगी हरी झण्डी
सीधी l जिला पुलिस के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूर्यकान्त शर्मा ने बताया कि अक्सर हम आप अपनी झूठी शान और इज्जत के खातिर रिस्क लेते रहते है और पुलिस को तुरंत मामले की जानकारी देना ठीक नहीं समझते। कुछ घटनाओं में ऐसा देखने को मिलता है कि छोटी सी घटना एक दिन बड़ी घटना का रूप ले लेती है। आपकी इज्जत भी चली जाती है और आपको मजबूरन पुलिस की दहलीज पहुंचकर थाने का दरवाजा खटखटाना पड़ता है। भूल एक नसीहत शार्ट फिल्म के जरिए जिले की जनता को जागरूक करने और पुलिस के प्रति समाज को नजरिया बदलने का एक सुन्दर संदेश पुलिस ने दिया है।

 
महिला अपराधों में आयेगी कमी -
दरअसल फरवरी.मार्च के बीच रीवा संभाग स्तर पर डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला ने महिला अपराधों पर लगाम कसने कि मंशा से एक बैठक ली थी। उस बैठक के बाद जागरूकता का सबसे सटीक माध्यम जो सीधे दिलो दिमाक में बैठ जाये इस मंशा से एक शार्ट फिल्म बनाई गई। जानकारों की मानें तो इस शार्ट फिल्म का सीधा असर यह होगा कि कई फीसदी महिला अपराधों में कमी दर्ज की जायेगी । यह शार्ट फिल्म एक स्कूली नाबालिग लड़की पर केंद्रित है। साथ ही उसके माता.पिता पर और पुलिस किस तरह से आपके लिए तकलीफें उठाती है जिसके लिए आप खुद जिम्मेदार रहते हैं।
 
 
कैसे शुरू होती है प्रेम कहानी कौन बनता है मुलजिम -
फिल्म में एक मध्यम.वर्गीय परिवार पर है। यानि एक दंपत्ति और उनकी 17 साल की इकलौती बेटी। बेटी स्कूल में पढ़ती है। रास्ते में आते जाते वक्त लड़की का एक लड़का पीछा शुरू कर देता हैए उसे परेशान करता है। लड़के का प्यार एक.तरफा रहता है। लड़की उसका विरोध करती है। यह बात अपने माता.पिता को बताती है, लेकिन माता.पिता उसकी बात को नजरअंदाज कर देते हैं। एक दिन लड़का उस लड़की को मोबाइल फोन जबरन गिफ्ट देता है और यहां से प्रेम.कहानी शुरू हो जाती है। इस प्रेम कहानी में क्या होता है। क्या प्रेम कहानी पूरी होती है, इस प्रेम कहानी का अंजाम क्या होता है, पुलिस क्या करती है,इस प्रेम कहानी में कौन कौन मुल्जिम बनकर सामने आते है। इस प्रेम कहानी में माता.पिता की क्या गलती है, इस अधूरी प्रेम कहानी के नायक और खलनायक कौन हैं, यह सब जानने के लिए आपको यह शार्ट फिल्म भूल एक नसीहत देखनी पड़ेगी।
 
 
जल्द ही छात्र छात्राओं सहित अभिभावकों को भी दिखाई जायेगी - 
अति० पुलिस अधीक्षक श्री शर्मा ने बताया कि जल्द ही इस शार्ट फिल्म को फिल्हाल गांव.गांव जाकर दो मारूति वैन में टीवी लगाकर आमजन व माता.पिता के साथ नाबालिग लड़के.लड़कियों के बीच दिखाने का विचार चल रहा है जिसके माध्यम से  अधिक से अधिक जागरूगता फैलायी जा सके साथ ही पुलिस के प्रति नजरिया लोगों का बदल सकें। समाज में फैल रहे अपराधों के पीछे हम सब की जागरूकता का अभाव भी एक प्रमुख कारण माना गया है, इस समय पूरे जिले की पुलिस एक मिशन के भॉति महिला अपराधों में पूर्ण विराम लगाने हेतु कडे मेहनत के दौर से गुजर रही है जिसे सफल करने हेतु आम जन से सहयोग की अपेक्षा है जिसके आधार पर ही अपराध मुक्त स्वच्छ वातावरण का निर्माण हो सकता है।
 

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