सेना देश में ही बनाएगी सैन्य सामान, ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड ने आयात 60 से 30 फीसदी करने का फैसला लिया

330 By 7newsindia.in Mon, Jul 24th 2017 / 08:31:30 राष्ट्रीय समाचार     

युद्ध की तैयारियों के लिए भारतीय सेना अब आयात पर निर्भरता घटा रही है। अहम उपकरणों व कलपुर्जों के आयात में देरी के कारण तैयारियों पर पड़ते असर के चलते अब स्वदेशी तरीके से इन्हें तेजी से विकसित करने का फैसला हुआ है। इनमें टैंक और अन्य मिलिट्री सिस्टम में इस्तेमाल होने वाले उपकरण और कलपुर्जे शामिल हैं। सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड ने कलपुर्जों और अन्य सामान का आयात मौजूदा 60 फीसदी से कम करके अगले तीन वर्षों में 30 फीसदी करने का फैसला किया है। यह बोर्ड देश की 41 ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियों का संगठन है। 

10 हजार करोड़ का आयात 

एमजीओ और बोर्ड हर साल 10 हजार करोड़ रु. के कलपुर्जे खरीदते हैं। सैन्य बलों की शिकायत रहती है कि रूस से महत्वपूर्ण कलपुर्जे और उपकरण देरी से सप्लाई होते हैं। इससे खरीदे गए सैन्य उपकरणों की मेंटेनेंस पर असर पड़ता है। रूस भारत को सैन्य उपकरणों का सबसे बड़ा सप्लायर है। 

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