सिक्किम सीमा पर डोकलाम विवाद : चीन ने भारत को दी धमकी- पहाड़ को हिलाना आसान है, चीनी सेना को नहीं

283 By 7newsindia.in Tue, Jul 25th 2017 / 08:15:49 राष्ट्रीय समाचार     
सिक्किम सीमा पर डोकलाम विवाद को लेकर चीन ने कहा कि अपने इलाके की सुरक्षा के चीन के इरादे को कोई हिला नहीं सकता। एक पहाड़ हिलाना आसान है, चीन की सेना को नहीं। चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वू कियान ने कहा कि भारत किसी मुगालते में न रहे। चीनी सेना ने अपनी क्षमता और ताकत लगातार बढ़ाई है। हालात सामान्य बनाने के लिए भारत डोकलाम क्षेत्र से सेना हटा ले। वहीं, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पिछले सप्ताह संसद में कहा था कि डोकलाम से दोनों देशों की सेना हटाने से सीमा पर स्थिति सामान्य करने में मदद मिलेगी। भारत का कहना है कि यह हिस्सा भूटान की सीमा में है। इसके पास सड़क बनना सुरक्षा के लिहाज से बेहद घातक साबित हो सकता है। भारत और चीन के बीच डोकलाम सीमा को लेकर एक महीने से भी ज्यादा समय से तनाव बना हुआ है। भारत मामले का समाधान कूटनीतिक स्तर पर चाहता है, लेकिन चीन ने बातचीत के लिए भारत पर सेना वापस बुलाने की शर्त रख दी है। भारत ने साफ कह दिया है कि जब तक चीन डोकलाम से बाहर नहीं निकलता, तब तक हम भी अपने कदम पीछे नहीं खींचेंगे। 
चीनी सीमा तक दूरी घटाने के लिए भारत बनाएगा सुरंगें 
तवांग से होकर चीन सीमा की दूरी होगी 10 किमी कम, सुरंगों के बनने से दूरी तय करने में एक घंटा कम लेगा 
चीन सीमा तक दूरी घटाने के लिए सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) अरुणाचल प्रदेश में दो सुरंगें बनाएगा। यह सुरंगें 4170 मीटर ऊंचे सेला दर्रा से गुजरेंगी, जिससे तवांग से होकर चीन की सीमा तक की दूरी 10 किलोमीटर तक कम हो जाएगी।  इन सुरंगों से तेजपुर में सेना के 4 कॉर्प के मुख्यालय और तवांग के बीच यात्रा के समय में कम से कम एक घंटे की कमी आएगी। इनसे एनएच 13 और खासतौर से बोमडिला व तवांग के बीच 171 किलोमीटर लंबे रास्ते में हर मौसम में आवाजाही हो सकेगी। हिमपात के समय जब सड़क संपर्क टूटेगा, तब यह सुरंगें काम आएंगी। बीआरओ के अफसरों ने वेस्ट कमेंग के उपायुक्त से सेला सुरंग के निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण करने का आग्रह किया है। 
यह है प्लान 
सुरंगों का निर्माण पूर्वी हिमालय में राज्य के दुर्गम स्थलों से गुजरते हुए तिब्बत के अग्रिम इलाकों तक जल्द पहुंचने की भारत की कवायद का हिस्सा है। सेला-छबरेला रिज के जरिए 475 और 1790 मीटर लंबी दो सुरंगों को नूरांग की ओर मौजूदा बालीपरा-चौदुर-तवांग रोड से जोड़ने की योजना है। 
चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वू कियान ने कहा, भारत किसी मुगालते में न रहे,
सुषमा स्वराज ने कहा था- दोनों देशों की सेना हटाने से सामान्य करने में मदद मिलेगी 
डोभाल-यांग के बीच हो सकती है द्विपक्षीय बातचीत 
चीन ने संकेत दिया है कि ब्रिक्स बैठक के लिए आ रहे भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एनएसए अजीत डोभाल से चीनी सलाहकार यांग जिएची की द्विपक्षीय संबंधों पर बातचीत हो सकती है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने कहा कि अभी वह दोनों के बीच बातचीत पर कुछ नहीं कह सकते। लेकिन ब्रिक्स की पिछली बैठकों में दोनों देशों के अधिकारियों के बीच आपसी संबंधों पर बातचीत होती रही है। ब्रिक्स देशों के एनएसए की 27-28 जुलाई को बीजिंग में होने वाली बैठक में डोवाल भाग लेंगे। 

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