कोविंद आज राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे, प्रणब के साथ ही पहुंचेंगे संसद भवन

315 By 7newsindia.in Tue, Jul 25th 2017 / 08:56:17 राष्ट्रीय समाचार     

रामनाथ कोविंद देश के 14वें राष्ट्रपति के तौर पर आज शपथ लेंगे। शपथ से पहले वो महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए राजघाट जाएंगे। शपथ ग्रहण समारोह दोपहर 12.15 पर संसद भवन के सेन्ट्रल हॉल में होगा। रामनाथ कोविंद को 65.65% वोट मिले थे। यह 44 साल में किसी राष्ट्रपति को मिला सबसे कम वोट शेयर है। खास बात ये भी है कि इस वक्त बीजेपी 33 साल पहले की कांग्रेस जैसी स्थिति में है। इस बार राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति बीजेपी के होंगे। 

लोकसभा में बहुमत भी है। और 17 राज्यों में सरकार भी।

1) कैसे शुरू होगा प्रोटोकॉल

सुबह प्रेसिडेंट इलेक्ट रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में पहुंचेंगे। उनके साथ प्रेसिडेंट के मिलिट्री सेक्रेटरी होंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोविंद राष्ट्रपति भवन जाने के पहले राजघाट जाएंगे।

2) क्या प्रणब मुखर्जी भी मौजूद रहेंगे?

जी हां। कोविंद और प्रणब मुखर्जी एक ही कार में राष्ट्रपति भवन से संसद के लिए रवाना होंगे। वहां उन्हें लोकसभा स्पीकर और राज्यसभा के चेयरमैन यानी उप राष्ट्रपति रिसीव करेंगे। यही उन्हें सेंट्रल हाॅल तक लेकर जाएंगे।

3) शपथ कौन दिलाएगा?

सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस। वैसे, उनकी गैर मौजूदगी में यह काम सुप्रीम कोर्ट के ही दूसरे सबसे सीनियर जस्टिस कर सकते हैं। आर्टिकल 56 के मुताबिक, जिस दिन राष्ट्रपति शपथ लेते हैं, उस दिन से उनका टैन्योर पांच साल का होता है। 21 तोपों की सलामी दी जाएगी। नए राष्ट्रपति भाषण देंगे।

4) शपथ के बाद क्या होगा?

शपथ के फौरन बाद नए राष्ट्रपति बॉडीगार्ड्स और सेरेमोनियल यूनिट के साथ राष्ट्रपति भ‌वन पहुंचेंगे।

5) राष्ट्रपति भवन में क्या होगा?

प्रोटोकॉल के मुताबिक, नए राष्ट्रपति यानी कोविंद को निर्वतमान राष्ट्रपति (प्रणब मुखर्जी) राष्ट्रपति भवन के स्टडी रूम में ले जाएंगे। वहां वो उनको कुर्सी पर बिठाएंगे।

6) इसके बाद क्या प्रॉसेस?

प्रोटोकॉल के मुताबिक, कोविंद और मुखर्जी एक ही कार में प्रणब के नए ऑफिशियल रेसीडेंस 10, राजाजी मार्ग जाएंगे। इसी घर में पूर्व राष्ट्रपति एपीजे. अब्दुल कलाम भी रहते थे। मुखर्जी को उनके नए घर में छोड़ने के बाद कोविंद अकेले ही राष्ट्रपति भवन लौटेंगे।

7) शपथ ग्रहण समारोह में कौन-कौन मौजूद रहेगा?

राज्यसभा के सभापति, प्रधानमंत्री, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस, लोकसभा स्पीकर, कैबिनेट मेंबर्स, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, विदेशी एम्बेसडर्स, सांसद और भारत सरकार के प्रमुख सिविल और मिलिट्री ऑफिसर मौैजूद रहेंगे। 

43 साल में सबसे कम वोट मिले कोविंद को रामनाथ कोविंद को 65.65% वोट मिले थे। यह 44 साल में किसी राष्ट्रपति को मिला सबसे कम वोट शेयर है। इससे पहले 1974 में कांग्रेस के फखरुद्दीन अली अहमद को 56.23% वोट मिले थे।

33 साल पुरानी कांग्रेस जैसी मजबूत हुई भाजपा1984 में 404 सीटें जीतकर राजीव गांधी ने कांग्रेस की सरकार बनाई थी। तब 17 राज्यों में कांग्रेसी सरकार थी। राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह और उपराष्ट्रपति वेंकटरमण भी कांग्रेसी थे। 33 साल बाद भाजपा ऐसी स्थिति में है। राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति बीजेपी के होंगे। लोकसभा में बहुमत भी है। और 17 राज्यों में सरकार भी।

कौन हैं रामनाथ कोविंद? 

कोविंद (71) एक अक्टूबर 1945 को कानपुर की डेरापुर तहसील के परौंख गांव में जन्मे। 1978 में SC में वकील के तौर पर अप्वाइंट हुए। 1980 से 1993 के बीच SC में केंद्र की स्टैंडिंग काउंसिल में भी रहे। कोविंद 1977 में तब पीएम रहे मोरारजी देसाई के पर्सनल सेक्रेटरी बने। बीजेपी का दलित चेहरा हैं। पार्टी ने बिहार इलेक्शन में गवर्नर के तौर पर उनके दलित चेहरे को प्रोजेक्ट किया था। कोविंद दलित बीजेपी मोर्चा के अध्यक्ष रहे। ऑल इंडिया कोली समाज के प्रेसिडेंट हैं। कोविंद 1994 से 2000 तक और उसके बाद 2000 से 2006 तक राज्यसभा सदस्य रहे। अगस्त 2015 में बिहार के गवर्नर अप्वाइंट हुए।  वे 1990 में घाटमपुर से एमपी का इलेक्शन लड़े, लेकिन हार गए। इसके बाद वे 2007 में यूपी की भोगनीपुर सीट से चुनाव लड़े, पर ये चुनाव भी वे हार गए। उनके परिवार में पत्नी सविता, एक बेटा और एक बेटी है। कोविंद बीजेपी के नेशनल स्पोक्सपर्सन रह चुके हैं, लेकिन वे लाइमलाइट से इतने दूर रहते हैं कि प्रवक्ता रहने के दौरान कभी भी टीवी पर नहीं आए।

 

 

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