नीतीश ने महागठबंधन को धोखा दिया : राहुल

293 By 7newsindia.in Thu, Jul 27th 2017 / 11:07:58 राष्ट्रीय समाचार     

बिहार में नीतीश कुमार के बीजेपी का दामन थामने पर लालू प्रसाद के बाद अब राहुल गांधी ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा नीतीश कुमार की यह प्लानिंग तीन-चार महीने से चल रही थी और उन्हें इसके बारे में पता था। इससे पहले लालू ने भी बुधवार को माना था कि बिहार में जाे कुछ हुआ उसकी स्क्रिप्ट काफी पहले लिखी जा चुकी थी। यानी कांग्रेस और आरजेडी काे सब कुछ मालूम होने के बाद भी वे महागठबंधन को बचाने में नाकाम रहीं। राहुल ने कहा, "3-4 महीने से हमें पता था ये प्लानिंग चल रही है। अपने स्वार्थ के लिए व्यक्ति कुछ भी कर जाता है। कोई नियम, क्रेडिबिलिटी नहीं है। सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ लड़ाई की वजह से नीतीश जी को बहुमत मिला था, लेकिन अब उन्होंने अपनी राजनीति के लिए उन्हीं लोगों से हाथ मिला लिया है।"

नीतीश के इस्तीफे पर क्या बोले थे लालू? लालू बोले, "नीतीश बीजेपी से मिले हुए हैं। ये सबकुछ पहले से सेट था। वे बीजेपी और आरएसएस के साथ हैं। उन्होंने कहा था कि मिट्टी में मिल जाएंगे लेकिन भाजपा से हाथ नहीं मिलाएंगे। बोले थे कि संघ मुक्त भारत बनाना चाहते हैं। अब देख लीजिए। खुद मर्डर के आरोपी हैं। यह बात उन्होंने खुद चुनाव आयोग को दिए एफिडेविट में बताई है।"

"मैंने रात को भी नीतीश से बात की थी। कहा था कि कोई गलतफहमी है, तो बैठकर तय करो कि क्या करना है? नीतीश कुमार ने 40 मिनट तक बात की। उन्होंने कहा था कि मैंने कोई इस्तीफा नहीं मांगा था। मीडिया में खुद नीतीश कुमार ने इस्तीफा ना मांगने की बात कही थी। सीबीआई ने 5 जुलाई को लालू, राबड़ी और तेजस्वी यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। 7 जुलाई को सुबह CBI ने लालू से जुड़े 12 ठिकानों पर छापे मारे थे। जांच एजेंसी के मुताबिक 2006 में जब लालू रेलमंत्री थे, तब रांची और पुरी में होटलों के टेंडर जारी करने में गड़बड़ी की गई। इसके बाद तेजस्वी के इस्तीफे की मांग उठने लगी। मामला तब गरमा गया जब नीतीश कुमार की अगुआई में इस मसले पर 11 जुलाई को जेडीयू की अहम बैठक हुई। इससे पहले मई से ही लालू और उनके परिवार के खिलाफ 1000 करोड़ की बेनामी प्रॉपर्टी के आरोपों की इनकम टैक्स डिपार्टमेंट जांच कर रहा था। मीसा और उनके पति के ठिकानों पर भी छापे मारे जा चुके थे।

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