ग्वालियर के आस-पास के बाँधों को पुनर्जीवित करने हेतु कलेक्टर ने किया विभागीय अधिकारियों के साथ भ्रमण

432 By 7newsindia.in Wed, Nov 29th 2017 / 19:37:34 प्रशासनिक     

ग्वालियर | ग्वालियर के आस-पास बने पुराने तालाबों को पुनर्जीवित किया जायेगा। इन तालाबों के माध्यम से ग्वालियर की पेयजल समस्या को काफी हद तक हल किया जा सकता है। इन तालाबों के कैचमेंट एरिए को साफ कराया जायेगा। इसके साथ ही तालाबों के आस-पास किए गए अस्थायी अतिक्रमण को भी हटाने की कार्रवाई की जायेगी। 

    कलेक्टर राहुल जैन ने बुधवार को नगर निगम आयुक्त विनोद शर्मा और जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री ए के सिंघल और विभागीय अधिकारियों के साथ बाँधों का निरीक्षण किया। इसके साथ ही हनुमान बाँध से फूलबाग तक स्वर्णरेखा नदी का भी अवलोकन किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि स्वर्णरेखा पर अमृत योजना के तहत पाइपलाईन बिछाने के कार्य के साथ ही स्मार्ट सिटी के तहत स्वर्णरेखा में जो कार्य किया जाना है, उसका विस्तृत प्लान तैयार किया जाए। इसके साथ ही हनुमान बाँध से फूलबाग तक स्वर्णरेखा नदी पर जो भी पुल बने हुए हैं, उनके दोनों ओर पाँच – पाँच फुट ऊँचाई की जाली लगाने का कार्य किया जाए। इसके साथ ही सभी पुलों के समीप पैदल निकलने वाले यात्रियों के लिये पृथक से व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए गए हैं। 

    कलेक्टर राहुल जैन ने नगर निगम आयुक्त से कहा कि स्वर्णरेखा में जो भी सीवरेज मिल रहा है उसे बंद कराने हेतु ठोस कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही जो चेम्बर क्षतिग्रस्त हैं, उन्हें ठीक करने की कार्रवाई तत्परता से की जाए। कलेक्टर श्री राहुल जैन ने स्मार्ट सिटी के कंसलटेंट को भी निर्देशित किया कि स्वर्णरेखा में स्मार्ट सिटी के तहत किए जाने वाले कार्यों का विस्तृत प्लान आगामी 4 दिसम्बर को होने वाली स्मार्ट सिटी की बैठक में प्रस्तुत किया जाए। 

    कलेक्टर श्री जैन ने बाँधों के निरीक्षण के दौरान जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से बाँधों की जल क्षमता और उसके कैचमेंट एरिए के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। निरीक्षण के दौरान उन्होंने ग्रामीणों से भी तालाबों के उपयोग और उनके जल भराव के संबंध में विस्तार से चर्चा की। 

कलेक्टर ने देखे बाँध

    कलेक्टर राहुल जैन ने निरीक्षण के दौरान सर्वप्रथम रायपुर बाँध का अवलोकन किया। अवलोकन के दौरान अधिकारियों ने बताया कि इस बाँध का कैचमेंट एरिया 40 से 50 हैक्टेयर क्षेत्र है। इसके कैचमेंट एरिया में किसानों द्वारा खेती कर ली जाती है। उन्होंने बाँध को भरने हेतु जो भी बाधायें हैं, उन्हें दूर करने हेतु कार्ययोजना बनाकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके पश्चात वीरपुर बाँध का भी अवलोकन अधिकारियों द्वारा किया गया। वीरपुर बाँध में 2 किमी. की कैनाल के मरम्मत का प्रस्ताव जल संसाधन विभाग द्वारा एक करोड़ 49 लाख रूपए की लागत का शासन को भेजा गया है। शासन स्तर से स्वीकृति प्राप्त होने पर विभाग द्वारा कार्रवाई की जायेगी। 

    कलेक्टर राहुल जैन ने निरीक्षण के दौरान मामा का बाँध और वीरपुर बाँध का भी अवलोकन किया। वीरपुर बाँध में अधिकारियों द्वारा बताया गया कि 125 परिवारों को चिन्हित किया गया है। जिनके द्वारा बाँध कैचमेंट एरिया में निवास किया जा रहा है। कलेक्टर ने इसके पश्चात हनुमान बाँध का भी अवलोकन किया। हनुमान बाँध के समीप ही अस्थायी अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की जाना है। विभागीय अधिकारियों का दल गठित कर सम्पूर्ण बाँधों के सर्वेक्षण का कार्य कराने के निर्देश भी दिए गए हैं। सर्वेक्षण हेतु राजस्व विभाग, जल संसाधन विभाग एवं अन्य विभागों के अधिकारियों को तैनात कर कार्रवाई की जायेगी। 

    नगर निगम आयुक्त विनोद शर्मा ने निरीक्षण के दौरान बताया कि हनुमान बाँध से स्वर्णरेखा में जो भी सीवरेज मिल रहा है, उसको बंद करने की कार्रवाई निगम द्वारा की जा रही है। इसके साथ ही अमृत परियोजना के तहत पृथक से लाईन डालने की कार्ययोजना है, उस पर शीघ्र ही कार्रवाई प्रारंभ की जायेगी। 

    जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री ए के सिंघल ने भ्रमण के दौरान कलेक्टर एवं नगर निगम आयुक्त को जल संसाधन विभाग के बाँधों की वर्तमान स्थिति जल क्षमता और कैचमेंट एरिया के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। इसके साथ ही विभाग द्वारा बाँधों के संधारण हेतु किए जा रहे प्रयासों से भी अवगत कराया। 

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