IT raid in Morena : तेल कारोबारियों के यहां एक करोड़ से ज्यादा कैश बरामद

517 By 7newsindia.in Sat, Feb 24th 2018 / 14:28:03 कानून-अपराध     

भोपाल. मुरैना के सरसों तेल कारोबारियों बीआर ग्रुप और गुप्ता ब्रदर्स के यहां चल रहे छापे के दूसरे दिन आयकर विभाग को करोड़ों रु. की अघोषित आय के प्रमाण मिले हैं। कारोबारियों ने न केवल अपने स्टॉक में व्यापक गड़बड़ियां की, बल्कि कई बड़े लेनदेन नकद में किए। कई लेन-देन ऐसे लोगों को किए गए जिनका कोई नाम पता ही नहीं मिला। दोनों कारोबारियों के यहां अब तक 1 करोड़ रु. से अधिक की नकदी बरामद हो चुकी है। बीआर ग्रुप के संचालक सुरेशचंद्र बिंदल ने नोटबंदी के दौरान अपने बैंक खातों में करीब 4 करोड़ रुपए के पुराने नोट जमा कराए थे।

उनके राजस्थान के धौलपुर और अलवर स्थित ठिकानों पर भी यह कार्रवाई चल रही है। इसमें सामने आया है कि बिंदल अलवर में एक बड़ी सरसों तेल की मिल लगाने जा रहे थे। इसमें वह बड़ी राशि का निवेश कर रहे थे। विभाग का प्रारंभिक आकलन है कि दोनों कारोबारियों के यहां से 20 करोड़ रुपए की अघोषित आय सामने आ सकती है। लेकिन जिस तेजी से गड़बड़ियां सामने आ रही हैं उन्हें देखकर अनुमान लगाया जा रहा है कि यह राशि इससे कहीं अधिक हो सकती है।

बीआर ग्रुप

सुरेश कुमार बिंदल:बिंदल बीआर ऑयल ग्रुप के संचालक हैं। इनकी बानमौर में बड़ी सरसों ऑयल मिल है। टर्नओवर 100 करोड़ रुपए से ज्यादा। 12 ठिकानों पर छापे। मुरैना और बानमौर के साथ अलवर,धौलपुर (राजस्थान) में। कारोबार उप्र से बिहार तक फैला।

गुप्ता ब्रदर्स: रामसेवक गुप्ता और हरिनारायण गुप्ता संचालक। तेल के साथ दाल की भी मिल। मुख्य ठिकाने मुरैना और ग्वालियर में।

ड्राइवरों के नाम से खाेले खाते, करोड़ों का हुआ लेनदेन

बीआर ऑयल्स पर आयकर विभाग के छापे में अभी तक 50 करोड़ रुपए से अधिक की टैक्स चोरी पृथम दृष्टया उजागर हुई है। मुंबई से आई फोरेंसिक टीम अभी जब्त की गई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की जांच कर रही है। संभावना व्यक्त की जा रही है कि टैक्स चोरी का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। जांच में यह भी सामने आया है कि बीआर ऑयल्स के मालिकों ने तीन ड्राइवरों के नाम से बेनामी खाते खोल रखे थे। इन खातों से करोड़ों का ट्रांजेक्शन होना पाया गया। आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार टीम ने बीआर ऑयल्स के घर, प्रतिष्ठान व उनके अन्य ठिकानों से कम्प्यूटर हार्ड डिस्क, पेन ड्राइव सहित और भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त की हैं। इन डिवाइस की जांच फोरेंसिक टीम कर रही है। इससे यह पता लगाया जाएगा कि कंपनी द्वारा हर महीने कितना प्रोडक्शन किया जाता है और कितना ट्रांजेक्शन होता है। कार्रवाई के दौरान कलकत्ता की एक कंपनी के शेयरों में बड़ी रकम बीआर ऑयल्स के संचालक द्वारा लगाए जाने की बात सामने आई है। आयकर विभाग की टीम इस मामले में भी तह तक जाने का प्रयास कर रही है कि कितनी राशि के शेयरों की खरीदी-बिक्री की गई।

अलवर में बड़ी मिल लगाने की थी तैयारी

बीआर ग्रुप के संचालक सुरेशचंद्र बिंदल (सुक्खा सेठ) ने नोटबंदी के दौरान अपने बैंक खातों में करीब 4 करोड़ रुपए के पुराने नोट जमा कराए थे। उनके राजस्थान के धौलपुर और अलवर स्थित ठिकानों पर भी यह कार्रवाई चल रही है। बिंदल अलवर में एक बड़ी सरसों तेल की मिल लगाने जा रहे थे। इसमें वह बड़ी राशि का निवेश कर रहे थे। विभाग का प्रारंभिक आकलन है कि दोनों कारोबारियों के यहां से 50 करोड़ रुपए की अघोषित आय सामने आ सकती है।

Rs.5 हजार देकर ड्राइवरों से चेकबुक पर कराते थे हस्ताक्षर

आयकर विभाग की कार्रवाई में एक चौंकाने वाली बात भी सामने आई है। सूत्र बताते हैं कि बीआर ऑयल्स के मालिकों ने अपने तीन ड्राइवरों के नाम से बेनामी खाते खोल रखे थे। इन खातों से 20-20 करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन होना पाया गया है। इसके अलावा नोटबंदी के दौरान बड़ी रकम का आदान-प्रदान ड्राइवरों के इन बेनामी खातों से हुआ है। सूत्र बताते हैं कि सबूत सामने आने के बाद आयकर विभाग की टीम ने ड्राइवरों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि बीआर ऑयल्स के मालिक उन्हें हर महीने पांच हजार रुपए देकर कोरे चैकबुक पर हस्ताक्षर कर लेते थे। इन चैकों के माध्यम से लेन-देन वह खुद ही करते थे। 

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