कटनी हवाला कांड: आयकर विभाग ने सरावगी बंधुओं की 28 एकड़ जमीन अटैच की
भोपाल. आयकर विभाग के बेनामी विंग ने कटनी हवाला कांड के प्रमुख आरोपी मनीष सरावगी और हेमलता सरावगी की 28 एकड़ जमीन जमीन अटैच कर ली है। दोनों इस प्रापर्टी का स्रोत नहीं बता पाए। मनीष ने आयकर विभाग को पूछताछ में यह जमीन अपने भाई सतीश सरावगी की बताई थी। लेकिन यह जमीन इन दोनों के नाम थी इसलिए, विभाग ने इसे बेनामी मानते हुए अटैच कर
फर्जी कंपनियों और बैंक खातों के जरिए किया हेरफेर
विभागीय सूत्रों की मानें तो यह जमीन कुल 25 खसरों में थी। यह सारे खसरे अटैचमेंट के दायरे में आ गए हैं। इनका बाजार मूल्य करीब एक करोड़ रुपए आंका गया है। विभाग सरावगी बंधुओं के दूसरे लेन-देन की भी जांच कर रहा है। मनीष सरावगी पर फर्जी कंपनियों और बैंक खातों के जरिए 2.65 करोड़ रुपए के लेनदेन का आरोप है।
कोयले के कारोबार में मंदी के चलते बन गए हवाला कारोबारी
मुख्य रूप से सरावगी बंधु कोयले के कारोबार से जुड़े थे। कारोबार में मंदी आने के बाद वे मनी लॉन्ड्रिंग की अवैध गतिविधियों में लिप्त हो गए। इस मामले में सह आरोपी एक मजदूर संतोष गर्ग को बनाया गया था। उसके नाम से करीब 1 करोड़ के लेनदेन दर्शाए गए थे। गर्ग की हरिद्वार में 22 फरवरी 2017 को इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इस मामले में भाजपा सरकार के एक प्रभावशाली मंत्री पर भी अंगुली उठी थी।
एसपी द्वारा दस्तावेज पकड़ने से उछला था मामला
- यह पूरा मामला हवाला के जरिए 500 करोड़ के लेन-देन करने का है, जो जनवरी 2017 में उस समय चर्चा में आया, जब तत्कालीन एसपी कटनी गौरव तिवारी ने बोरियों में भरे दस्तावेज पकड़ेे।- कटनी पुलिस ने सरावगी बंधु और मिस्त्री के खिलाफ प्रकरण भी दर्ज कर लिया, और इसके बाद ही एसपी तिवारी का तबादला कर दिया गया। उस समय आरोप लगे कि इन सभी दस्तावेजों का सरावगी बंधुओं के साथ ही राज्यमंत्री संजय पाठक से भी संबंध है और मंत्री को बचाने के लिए उनका तबादला किया गया।
- बाद में मुख्यमंत्री ने मामले की विशेष जांच कराने और ईडी को भी मामला देने की घोषणा की और फिर ईडी ने इसमें जांच शुरू की, जिसमें प्रॉपर्टी का यह पहला अटैचमेंट है।
यह संपत्तियां पहले हो चुकी हैं अटैच
- रायपुर में पांच प्लॉट: मूल्य 2.31 करोड़ रुपए। यह प्रॉपर्टी मेसर्स निरनिधि मार्केटिंग प्रालि के नाम पर है जिसमें डायरेक्टर सतीश सरावगी और सुनील अग्रवाल है।
- कटनी में स्थित 17 प्लॉट: मूल्य 28.69 लाख रुपए। यह मनीष सरावगी और उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर है।
- एक अन्य जमीन 4.93 लाख रु. की है, जो मानवेंद्र मिस्त्री की पत्नी के नाम पर है।
Similar Post You May Like
-
भारत बंद के दौरान बवाल, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
सीधी:10 अप्रैल को भारत बंद के दौरान मध्यप्रदेश के सीधी जिले में हिंसा हो गई है। बताया गया कि रायल राजपूत संगठन और वकीलों ने एक दूसरे को उकसाकर पत्थर बाजी शुरू कर दी। पुलिस ने प
-
भारत बंद के दौरान पांच की मौत, तीन जिलों में कर्फ्यू लगा
सर्वेश त्यागी ग्वालियर। 6एससी/एसटी एक्ट में बदलाव पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ भारत बंद के दौरान प्रदेश के कई शहरों में हिंसक प्रदर्शन हुए। हिंसा में ग्वालियर में द
-
MP News : सुप्रीम कोर्ट ने सीएम शिवराज, बीजेपी महासचिव विजयवर्गीय सहित 11 को थमाया नोटिस
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को मप्र विधानसभा चुनाव 2013 को लेकर दायर एक याचिका पर मप्र के सीएम शिवराजसिंह चौहान, बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय सहित 11 लोगों को नोटिस जारी किए है
-
ढेकहा गोलीकांड: न्यायालय ने दिया ऐतिहासिक फैसला, न्यायालय ने कहा, हत्या नहीं स्वयं की रक्षा के लिए चलाई थी गोली
7 लोक सेवक कसूरवार एफआईआर के निर्देशढेकहा गोलीकांड मामले में बुधवार को सुनवाई हुई। चर्चित मामले में न्यायालय ने ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए हत्या और हत्या के प्रयास से रा
-
मध्य प्रदेश: भारत माता की जय.... के नारे से भड़का Convent School, 20 छात्रों को किया बाहर
मध्य प्रदेश में स्कूली छात्रों को भारत माता की जय बोलना भारी पड़ गया. स्कूल प्रशासन छात्रों के भारत माता की जय बोलने से इतना खफा हो गया कि उन्हें एग्जाम देने से रोक दिया. माम
-
सरकारी वाहनों के बाद अब अफसरों और राजनेताओं के वाहनों की चैकिंग
अभियान | ट्रैफिक पुलिस ने 3 प्वाइंट लगाकर 289 वाहनों के खिलाफ की चालानी कार्रवाई की,राज्यमंत्री और विधायकों के बने चालान, मंत्री की गाड़ी रोकी, ड्राइवर को समझाने के बाद जाने द&
-
जाटव हत्याकांड | वारंट मिलने के 6 दिन बाद भोपाल पहुंच पाई भिंड पुलिस, आर्य की गिरफ्तारी के लिए पुलिस का छापा, घर-दफ्तर दोनों जगह मिले ताले
भोपाल: छह दिन से गिरफ्तारी वारंट लेकर घूम रही पुलिस ने मंगलवार को जीएडी मंत्री लालसिंह आर्य के सरकारी आवास पर छापा मारा। हालांकि पुलिस के पहुंचने से पहले ही मंत्री आवास से
-
मध्यप्रदेश के बदहाल अस्पताल....नर्स बोलीं - अस्पताल में रुकने का इंतजाम नहीं
मंदसौर जिले के गांव भानपुरा में सड़क पर डिलीवरी के मामले में तीनों नर्सों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उधर स्टाफ नर्स विजिता पौराणिक का कहना है कि रात में रुकने का इं
-
मध्यप्रदेश के बदहाल अस्पताल...10 साल में 37,843 करोड़ रुपए खर्च फिर भी स्वास्थ्य सेवाओं के हालबेहाल
विदिशा: पिछले10 साल में प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं पर 37843 करोड़ रु. खर्च किए। लेकिन गांव हो या शहर, सभी जगह सरकारी अस्पताल बदहाल हैं। ताजा मामला विदिशा जिले के पगरानी गांव è
-
मध्यप्रदेश सरकार का नया कारनामा, छुपा ली भ्रष्ट जिलों की रैंकिंग रिपोर्ट
भोपाल से सर्वेश त्यागी की रिपोर्ट...उत्सव के बहाने तलाशने वाली मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार के हाथ एक बड़ी सफलता लगी है लेकिन फिर भी सरकार परेशान है। सरकार ने मध्य