लगन के चलते बसों का आवागमन हुआ प्रभावित

605 By 7newsindia.in Sat, Apr 28th 2018 / 18:32:02 मध्य प्रदेश     

सन्नाटा पसरा रहा स्टैण्ड में यात्री होते रहे परेशान
सीधी l वर्ष में सबसे अधिक शादी व्याह वाला माह अप्रैल व मई दो परिवारों को जोडनें का कार्य करता है और चारों ओर खुसनुमा महौल निर्मित होता है, वहीं सूर्य की लपट मारती तीखी किरणें भी उत्सव वाले परिवार को कम प्रतीत होती हैं, किन्तु इसका दूसरा पहलू जो उभर कर सामने आता है वह यह कि यातायात व्यवस्था के अन्तर्गत सड़क मार्ग में बसों का विशेष योगदान रहता है। जानकारों की मानें तो अधिक पैसों की चाह में बस मालिकों द्वारा बिना आर टी ओ आफिस में टैक्स चुकाये व विना परमिट इशू कराये बडे ही धडल्ले के साथ निर्धारित रूट मैप से विमुख होकर बसों को शादी बरात मे भेज देते है, जिसके चलते निर्धारित रूट में यात्रा करने वाले यात्रियों को काफी मशक्कत का सामना करना पडता है। ऐसा ही महौल शनिवार को  देखने को मिला जहॉ यात्रियों को अपनी यात्रा पूरी करने हेतु घंटो इंतजार के बाबजूद भी रूट में चलनी वाली बसों के दर्शन नहीं हुए। जो बसें शादी व्याह में जाने के पूर्व रूट पर चल रहीं थीं उनमें झमता से अधिक सवारी ठूस ठूस कर भरे हुए थें साथ ही यात्रियों मनमाना यात्रा शुल्क लिया गया जिसके चलते झूमा झटकी तक की नौमत देखने को मिली, परेशान यात्रियों में चर्चा का विषय रहा कि क्या वास्तव में जिला परिवहन अधिकारी व जिला यातायात प्रभारी सिर्फ नाम के ही स्थापित किये गये है या फिर आपसी सॉठ गॉठ कर अपने कर्तव्यों से पूरी तरह विमुख हो चुके हैं।

 
 
नियमों की हो रही अनदेखी -
जानकारों की मानें तो सरकार मुसाफिरों की सुरक्षा, सुविधा, बीमा और पहचान व सावधानी के लिए चालक.परिचालक समेत बस मालिकों के लिए कई नियम निर्धारित किए हैं। लेकिन प्रशासन की अनदेखी से इसका पालन नहीं किया जा रहा है। इससे यात्रियों का सफर दिक्कतों से भरा हुआ है। निजी बसों में न तो किराया सूची लगी है और न ही रूट की जानकारी। महिला आरक्षण भी नदारद है और महिलाओं की सीट पर पुरुष यात्री बैठकर यात्रा कर रहे हैं। 
 
 
ओवर लोडिंग धड़ल्ले से जारी  -
यात्रियों के लगेज को  बसों की छत पर रखा जाता है, जिनकी ऊंचाई कईबार बहुत अधिक हो जाती है। पूर्व में जिले में यातायात प्रभारी की समझाईस पर बसों में निर्धारित सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित करवाई  गई थीं और बसों के पीछे लगी जाली हटवाकर इमर्जेंसी विंडो लगवाई गई थी। इसे भी धता बताते हुए कई बसों में पीछे शीशे के स्थान पर लोहे की चादर लगवा दी गई हैं। जिले में लोकल और बाहर से आने वाली बसों को मिला करीब एक सैकड़ा बसें चलती हैं। जिसमें कई जिला पविहन कार्यालय में पंजीकृत है निर्धारित रूटों में चलने हेतु,  नियमानुसार यात्रियों को ढोने वाली बसों व अन्य छोटे वाहनों पर उनका रूट व किराया सूची चस्पा होनी चाहिए। लेकिन जिले में चल रही अधिकांश बसों में रूट दर्ज नहीं है और किराया सूची तो किसी भी बस में नहीं लगाई गई है। छोटे वाहन भी सवारियों के हिसाब से अपने रूट निर्धारित करते हैं। जिस जगह की सवारियां अधिक मिलीं उसी तरफ  वाहन चल दिए। मेलों व अन्य आयोजनों के समय बस संचालक भी बिना सूचना के अपनी बसों का रूट बदल देते हैं।  
 
शीशे पर नहीं लिखा टोल फ्री नंबर
जानकारों की मानें तो सरकार ने भी सभी यात्री बसों के शीशों पर टोल फ्री नंबर सहित बसों के परमिट नंबर, बीमा, फिटनेस, वैद्य तारीख आदि लिखवाने के आदेश जारी किए थे। लेकिन बस मालिकों द्वारा इस आदेश का पालन नहीं किया जा रहा है। यही हाल स्कूल बसों का भी है।
 
ड्रेस कोड का नहीं हो रहा पालन
जिले में चल रही कमो.बेश सभी बसों में बस के चालक या कंडक्टर ड्रेस में नहीं रहते। शासन ने सभी यात्री बसों के चालकां व परिचालकों के लिए ड्रेस कोड व नेम प्लेट तय किए हैं। ताकि बस स्टाफ  को आसानी से पहचाना जा सके। वाहन में किसी भी तरह की असुविधा होने पर यात्री शिकायत कर सकें। साथ ही स्टाफ  द्वारा अभद्रता किए जाने पर पहचान के साथ उसका नाम मालूम चल सके। लेकिन जिले में इसका पालन नहीं हो रहा है।
 
फिटनेस पर नहीं ध्यान 
जिला मुख्यालय से गुजरने वाली अधिकांश बसें जर्जर हालत में पहुंच चुकी हैं। सवारियों को ढोने वाली इन बसों को फिटनेस सर्टिफिकेट की दरकार होती है।लेकिन जिले में इस बात पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है और न ही बसों का कभी निरीक्षण किया जाता है। यहां कि कई बसों में स्पीड मीटर सहित विभिन्न मीटर व बोनट, गियर, सीटें सभी की हालत खराब है। जुगाड़ पर टिकी ये बसें बिना रोक.टोक दौड़ रही हैं                                                                    जिले में शिलेशिलेवार हो रहे बस हादसे के बाद भी जाबबदेह अधिकारी कुभकरणीय नींद में सो रहे हैं
 
 
 

Similar Post You May Like

  • जिला अस्पताल में अब्यवस्थाओ का आलम बिना ग्लब्स ,सेनेटाइजर के कर रहे कार्य

    जिला अस्पताल में अब्यवस्थाओ का आलम बिना ग्लब्स ,सेनेटाइजर के कर रहे कार्य

    स्वास्थ्य व्यवस्था सुधारने के लिए सरकार चाहे जितना भी जतन कर ले लेकिन जमीनी हकीकत पर स्वास्थ्य व्यवस्था सुधरी तो जरूर है लेकिन सिर्फ कागजों पर, क्योंकि सीधी का जिला चिकित्सालय संक्रमण के साए में चल रहा है। कोरोना काल में भी जिला चिकित्सालय पर अव्यवस्था का भंडार लगा है। जिला अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से पूरे अस्पताल में संक्रमण का खतरा बना हुआ है। *मरीजों के लिए नहीं है चादर* जि

  • खेल एक प्रतियोगिता नहीं मिशन है. नीरज

    खेल एक प्रतियोगिता नहीं मिशन है. नीरज

     गणेश स्कूल पड़रा में वार्षिक खेल.कूद प्रतियोगिता का हुआ भब्य समापन सीधी। 30 नवम्बर से 11 दिसम्बर तक श्री गणेश सीनियर सेकेण्डरी स्कूलए पड़रा में वार्षिक खेल.कूद स्पर्धा  2018.19 का समापन किया गया। जिसमें विभिन्न प्रतियोगिताएं हुए। बैडमिंटनए कबड्डीए चैसए खो.खो वॉली वाल क्रिकेट और टेबल टेनिस आदि। मुख्य अतिथि डायरेक्टर नीरज शर्मा और मैनेजर अरुण ओझा प्राचार्य महेन्द्र तिवारी ने म

  • रामभक्तों ने की फूलमती मंदिर में 151 थाली की महाआरती

    रामभक्तों ने की फूलमती मंदिर में 151 थाली की महाआरती

     हनुमान चलीसा का पाठ एवं भक्तिमय भजनों को हुआ आयोजन     सीधी।  रामभक्त समिति के सदस्यों द्वारा फूलमती मंदिर में 151 थाली की महाआरती आयोजित की गई। इस अवसर पर सैकडो की संख्या म

  • जल संसद में जल संरक्षण पर हुआ मंथन

    जल संसद में जल संरक्षण पर हुआ मंथन

    सांसद, जिलापंचायत अध्यक्ष, कलेक्टर, एस.पी. सहित जिले के सभी अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि रहे मौजूद सीधी l नदियों के पुनर्जीवन एवं संरक्षण के उद्देश्य से मध्यप्रदेश शासन द्वारा

  • सजग होकर करें यातायात नियमों का पालन - कलेक्टर

    सजग होकर करें यातायात नियमों का पालन - कलेक्टर

    अब माता पिता होगें भुक्तभोगी -सूर्यकांत शर्मा संजीव मिश्रा सीधी l यातायात विभाग सीधी द्वारा २९वॉ राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह के समापन पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन क&#

  • सिविल सर्जन एवं डॉक्टर को कारण बताओ सूचना पत्र जारी

    सिविल सर्जन एवं डॉक्टर को कारण बताओ सूचना पत्र जारी

    सीधी : मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सीधी व्ही.बी. सिंह बघेल ने जानकारी दी है कि सिविल सर्जन सहमुख्य अस्पताल अधीक्षक सीधी को सूचना पत्र में लेख किया गया है कि देवेन्

  • कांग्रेस की तीसरे चरण की न्याय यात्रा स्थगित

    कांग्रेस की तीसरे चरण की न्याय यात्रा स्थगित

    सीधी। म.प्र. विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरूण यादव के नेतृत्व में प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा निकाली जा रही तीसरे चरण की न्याय 

  • एडिस्नल एस.पी. ने गोल्ड मैडल विजेताओं को शुभकामनाएं दी

    एडिस्नल एस.पी. ने गोल्ड मैडल विजेताओं को शुभकामनाएं दी

    सीधी के खिलडिय़ों ने कानपुर में झटके 14 गोल्ड 4 सिल्वर सीधी!जिले के खिलाडिय़ों ने कानपुर में आयोजित 2 दिवसीय नेशनल चैम्पियनशिन 2018 में सीधी जिले जिले के 18 बालक/बालिकाओं ने भाग लि

  • 29 को एमडी मेडिसिन सिटी हास्पिटल में देगें सेवायें

    29 को एमडी मेडिसिन सिटी हास्पिटल में देगें सेवायें

    सीधी l कलेक्ट्रेट चौक के समीप सिटी हास्पिटल में २९ अप्रैल २०१८ रविवार को विशेष चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया है, जो कि सुबह ग्यारह बजे से शाम तीन बजे तक  सुचारू रहेगा। शिव

  • सड़को पर सजती हैं दुकानें, घंटो लगता है जाम

    सड़को पर सजती हैं दुकानें, घंटो लगता है जाम

    सीधी l जिले की यातायात व्यवस्था पूरी तरह से वेपटरी हो चुकी है, ऐसा प्रतीत होता है कि यातायात पुलिस पूरी तरह से निष्क्रीय है, तभी तो नियमों की अनदेखी करने वालों के मन से पुलिस क&#

ताज़ा खबर