MP: मुख्य वन संरक्षक रीवा की पहल से सीधी डी.एफ.ओ. गौरव चौधरी हुए भारमुक्त
सीधी । वन विभाग अमले की बेलगाम कार्यवाहियों को देखकर सामन्य तौर पर ही अनुमान लगाया जा सकता है कि वन विभाग अमले में जंगल राज कायम हैं जहॉ सारे शासकीय नियमों की अनदेखी कर मनमाने ढंग से कार्य कारित होते है, अचानक वन अमले में परिवर्तन की मुख्य वजह जानकारों के अनुसार वनमण्डल सीधी के अन्तर्गत अप्रैल 2016 में श्री गौरव चौधरी की पदस्थिति से ही परिवर्तन की लहर महसूस की जाने लगी थी। उसके पूर्व सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था जैसे ही श्री चौधरी पदस्थ हुए सारे काम काज नियमों को दर किनार किये जाने लगे फलतः क्षेत्रीय एवं कार्यालयीन अमला बेलगाम हो गया, किन्तु चौधरी के कारनामों दिन व दिन अपने उचाई पर अंजाम देने लगा एवं उन्होने यह सुनिष्चित किया कि किस मद में कहॉ पैसा कमाने का सूत्र है उस दिषा मे संबंधी लिपिक एवं क्षेत्रीय अमले को अपना करीबी बताकर उल्टा-सीधा काम करने कराने लगा जिसमें आंषिक बिन्दु पर जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है ।
दिनांक 14.10.14से षासनादेष ई पद्धति से श्रमिको का भुगतान किया जाना सुनिष्चित किया गया जिसमें क्षेत्रीय अमले द्वारा प्रस्तुत प्रमाणक एवं कार्य मंेे लगे श्रमिकों के बैंक खातो में पैसा जमा न कराकर अपने चहेतो की टीम बनाकर तथा उनके द्वारा अपने परिजनों के नामो के पक्ष में पैसा जमा कराया जाने लगा आंषिक रकम उन श्रमिको के खातो में जमा होती थी । उक्त तथ्य की षिकायत जब मख्य वन संरक्षक रीवा वृत्त रीवा की ओर पहुॅची तब वे बिना विलम्ब किये प्रमाणकों का पड़ताल करने सीधी पहुॅच गये, व कई ऐसे बेनामी खातो को संज्ञान मे लिया गया जो श्रमिक कार्य पर नही लगे थे उनके खातों में पैसा डाला जाना पाया गया । अधिकांष तथा कथित श्रमिक विभाग के कर्मचारियों के परिजन है, वे या तो कहीं न कहीं नौकरी किये है। या स्कूल के विद्यार्थी है । अधिकांष श्रमिकों की मजदूरी ई पद्धति से उनके नाम पैसा भेजा जाना बताया गया किन्तु वह पैसा तकनीकी गड़बडी करने से संबंधी के खाते में नही पहुॅचा ।
वृक्षारोपण एवं नर्सरी हेतु वर्मिंग कम्पोस्ट खाद का टेण्डर लिया गया, जिसमें से चिन्हित समाचार पत्रों में विज्ञप्ति प्रकाषित कराई गई जो सर्वसाधारण की सूचनार्थ विज्ञप्ति जानकारी में नही आई, जबकि विज्ञापन प्रकाषित कराने का नियम है कि व्यवस्थापक सूचना प्रकाषन म.प्र.भोपाल के माध्यम से बड़े प्रमुख समाचार पत्रांे के माध्यम से प्रकाषित कराये जाये तथा अल्पावधि के विज्ञापन संभागीय सूचना प्रकाषन अधिकारी के माध्यम से विज्ञप्ति प्रकाषित की जाये जिसमें टेण्डर दाता का पेन नम्बर एवं विज्ञप्ति में प्रकाषित वस्तु का वह टेण्डर देने वाला व्यक्ति पंजीकृत एवं निर्माता हो किन्तु इस तथ्य का अनदेखी कर मनमानी अक्षम निविदाकारों का टेण्डर आमंत्रित किया गया एवं पिछले वर्ष एवं पडोसी जिले के वनमण्डल में प्राप्त निविदा दर से कई गुना दर का टेण्डर पारित किया गया । उदाहरणार्थ वर्मी कम्पोस्ट खाद का दर पडोसी वनमण्डल या राज्य वन विकास निगम के मण्डल प्रबंधक द्वारा अधिकतम दर 500 रूपया प्रतिघन मीटर नियत थी किन्तु वनमण्डलाधिकारी सीधी ने 2200 रूपया प्रति घन मीटर दर स्वीकृत कर वस्तु पहुचाने का टेण्डर स्वीकृत किया जबकि पिछले वर्षश्टेण्डर वर्मी कम्पोस्ट का आहुत किया गया था किन्तु सप्लाई आदेष गोवर खाद का दिया जाकर क्रय किया गया था, क्रय गोवर खाद की मात्रा जिसका भुगतान किया गया है । प्राप्त मात्रा में काफी कमी का अन्तर है स्थल पर प्राप्तकर्ता की अभिस्वीकृति भी नही है । इसी तरह चैनलिंक फेंसिंग टेण्डर में ली गई साइज क्वालिटी एवं मात्रा में काफी अन्तर है एवं जिस साइज एवं दर का टेण्डर आहुत किया गया था सप्लाई उससे बहुत कम साइज एवं मात्रा का प्राप्त किया गया । चैनलिंक फेसिंग प्राप्तकर्ता द्वारा प्रदाय मात्रा से कम प्राप्त की गई है । इसी तरह महुआ खरीदी के लिए जाली एवं टीन की पेटी मनमानी क्रय किये थे । जिसका महुआ संग्रहण एवं रख रखाव से कोई नाता नही है । लघुवनोपज सीधी जसके पदेन श्री चौधरी है महुआ के क्रय एवं विक्रय में 3000 से लेकर 3200 रूपये प्रतिक्विंटल घाटा है किन्तु वास्तविक आरोपी जिसके वजह से महुआ निर्वतन में घाटा हुआ तथा फर्जी प्रमाणक से महुआ क्रय किया वजन पूरा करने के लिए भीगा हुआ महुआ गोदामीकरण कराया या किन्तु उन आरोपियों के विरूद्ध कोई कार्यवाही नही की गई बल्कि उन निरीह कर्मचारियो को बलि का बकरा बनाया गया जिनका कोई दायित्व ही नही निरूपित होता है ।
इसी तरह वनमण्डल के बहरी परिक्षेत्र के कुनझुन, बम्हना सरई कम्पार्टमेन्ट नम्बर पी. - 910, पी 936 में वास्तविक कटाई से 300000 नग बांस अधिक का 800000 के मूल्य का फर्जी प्रमाणक तैयार कर शासकीय धन की हेराफेरी कर गवन किया गया वास्तविक अपराधी को अभियोजन साक्ष्य बनाकर निरीह वन रक्षक को उत्तरदायी मानकर वसूली प्रस्तावित की गई किन्तु वास्तविक आरोपी अधिकारी को अपराध के बारे में पूछा तक नही गया। शासकीय धन का गवन करने वाला परिवीक्षा अवधि का पषिक्षु कभी सफल प्रषिक्षु नही माना जा सकता । किन्तु उसे झूठे प्रमाण पत्र से परिवीक्षा अवधि सफलता पूर्वक पूर्ण कर लेने का जारी कर लिया गया ।
उक्त अनियमितता के विरूद्ध जब मुख्य वन संरक्षक रीवा को व्याप्त भ्रष्टाचार की भनक लगी तब भ्रष्टाचार की जॉच हेतु आंषिक मुद्दे भुगतान बावत जॉच करने बावत् वनमण्डलाधिकारी सिंगरौली की अध्यक्षता में समिति का गठन कर चार सदस्य उपवनमण्डलाधिकारी स्तर के समिति में शामिल कर जॉच कराया जा रहा है । आषा है वनमण्डलाधिकारी सिंगरौली कुषल नेतृत्व के धनी एवं कर्मठ है । उनके नेतृत्व एवं मार्गदर्षन में निष्पक्ष जॉच के संभावनाओं के आसार है । वनमण्डल के मीटिंग हाल में दस्तावेजों को खगाल कर सत्य की खोज में लगी है । अभी (15) दिनो से समिति लगातार अथक परिश्रम कर रही है । आषा एवं विष्वास किया जाता है कि परिणाम तत्काल आने की संभावना है यद्यपि उक्त कार्यवाही अपूर्ण रहेगी जब तक लोकायुक्त / ई.ओ.डब्ल्यू. ऐसे एजेन्सी के माध्यम से जॉच की पुष्टि नही कर ली जाती तब तक जॉच पूर्ण विष्वसनीयता पर खरा नही उतरेगा । संबंधी श्रमिकों के खातो में डाली गई रकम की सत्यापन की आवष्यक है । अभी तक मुख्य वन संरक्षक रीवा वृत्त रीवा के संज्ञान में आरापी के रूप में श्री गंगा प्रसाद लेखापाल एवं श्री ज्ञानेन्द्र प्रसाद पाण्डेय कम्प्यूटर आपरेटर प्रथम दृष्टया आरोपी पाये गये है ऐसी स्थिति में उनके विरूद्ध अपराधिक प्रकरण दर्ज करानेे लेखापाल को राज्य सेवा से निलंबित करने का आदेष जारी किया गया है ।
वनमण्डल में वन अपराध में प्रयुक्त वाहनो को जप्त कर राजसात प्रस्तावित करने की सूचना न्यायालय को दी जाकर फिर आरोपियों से सॉठ-गॉठ कर वाहन लम्बी राषि लेकर मुक्त कर देने की कार्यवाही की जाती है । ऐसे अपराध में लिप्त अधिकारियों के विरूद्ध कोई कार्यवाही नही की जाती है । शासकीय धन की हेराफेरी का आरोप साइबर क्राइम का है । अतः उक्त नियम के परिपेक्ष में अंतिम परिणाम आने पर कार्यवाही की जाना चाहिए ।
इसी नक्षे कदम पर प्रमाणकों का भुगतान राज्य वन विकास निगम सीधी में बीस वर्ष से अधिक अवधि से पदस्थ श्री पी.सी. दुबे डिप्टी मैनेजर द्वारा अपने अधिकारी के संज्ञान में लाये बिना ई-पेमेन्ट में हेराफेरी करता है एवं समाग्री उन सप्लायरों से क्रय करता है जिनका विक्रय करमें उन वस्तुओं का पंजीयन नही है सामग्री घटिया तथा आधी अधूरी क्रय करता है विहित स्थल तक सामग्री न पहुॅचाई जाने पर भुगतान करता है । भुगतान निर्धारित एवं स्वीकृतदरसे अक्टूवर 2014 के फार्मूले पर काम न कर न्यूनतम मजदूरी से कम भुगतान कराता है एक श्रमिक लगाकर तिगुना भुगतान बताताहै । अतः संबंधी डिप्टी मैनेजर जिसकी पदस्थिति से सेवा निवृत्त तक बने रहने का इरादा है उसे हटाकर आरोपों की जॉच की जानी चाहिए ।
वनमण्डल सीधी में गठित जॉचदल द्वारा जहॉ विषिष्ट रूप से दस्तावेजी कूट रचना कर शासकीय धन हड़पा जा रहा है । वहॉ पर जॉचदल अज्ञान बना है । वनमण्डल स्तर से वजट का अधिकांष भाग समितियों को हस्तानान्तरित कर बिक्री आवंटन किया जाता है एवं फर्जी प्रमाण पत्र तैयार कर शासकीय धन का आहरण कर वन रक्षक से जो समिति का सचिव नियुक्त है, उसके द्वारा फर्जीवाड़ा कर रकम निकलवा कर बंदरबाट किया जा रहा है। उक्त समिति से दस्तावेज की मांग पर दस्तावेज देने से इंकार कर दिया जाता है । जबकि स्वता वित्त पोषित समितियों का दस्तावेज मांग पर ना देना वर्जित है । अन्य स्त्रोत से वित्तीय आवंटन किए जाने पर दस्तावेज दिया जाना प्रतिबंधित नही है । जॉच दल द्वारा जानबूझकर समितियों के माध्यम से किया जाने वाले फर्जीवाडे की जॉच नही की जा रही है ।
Similar Post You May Like
-
जिला अस्पताल में अब्यवस्थाओ का आलम बिना ग्लब्स ,सेनेटाइजर के कर रहे कार्य
स्वास्थ्य व्यवस्था सुधारने के लिए सरकार चाहे जितना भी जतन कर ले लेकिन जमीनी हकीकत पर स्वास्थ्य व्यवस्था सुधरी तो जरूर है लेकिन सिर्फ कागजों पर, क्योंकि सीधी का जिला चिकित्सालय संक्रमण के साए में चल रहा है। कोरोना काल में भी जिला चिकित्सालय पर अव्यवस्था का भंडार लगा है। जिला अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से पूरे अस्पताल में संक्रमण का खतरा बना हुआ है। *मरीजों के लिए नहीं है चादर* जि
-
खेल एक प्रतियोगिता नहीं मिशन है. नीरज
गणेश स्कूल पड़रा में वार्षिक खेल.कूद प्रतियोगिता का हुआ भब्य समापन सीधी। 30 नवम्बर से 11 दिसम्बर तक श्री गणेश सीनियर सेकेण्डरी स्कूलए पड़रा में वार्षिक खेल.कूद स्पर्धा 2018.19 का समापन किया गया। जिसमें विभिन्न प्रतियोगिताएं हुए। बैडमिंटनए कबड्डीए चैसए खो.खो वॉली वाल क्रिकेट और टेबल टेनिस आदि। मुख्य अतिथि डायरेक्टर नीरज शर्मा और मैनेजर अरुण ओझा प्राचार्य महेन्द्र तिवारी ने म
-
रामभक्तों ने की फूलमती मंदिर में 151 थाली की महाआरती
हनुमान चलीसा का पाठ एवं भक्तिमय भजनों को हुआ आयोजन सीधी। रामभक्त समिति के सदस्यों द्वारा फूलमती मंदिर में 151 थाली की महाआरती आयोजित की गई। इस अवसर पर सैकडो की संख्या म
-
जल संसद में जल संरक्षण पर हुआ मंथन
सांसद, जिलापंचायत अध्यक्ष, कलेक्टर, एस.पी. सहित जिले के सभी अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि रहे मौजूद सीधी l नदियों के पुनर्जीवन एवं संरक्षण के उद्देश्य से मध्यप्रदेश शासन द्वारा
-
सजग होकर करें यातायात नियमों का पालन - कलेक्टर
अब माता पिता होगें भुक्तभोगी -सूर्यकांत शर्मा संजीव मिश्रा सीधी l यातायात विभाग सीधी द्वारा २९वॉ राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह के समापन पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन क
-
सिविल सर्जन एवं डॉक्टर को कारण बताओ सूचना पत्र जारी
सीधी : मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सीधी व्ही.बी. सिंह बघेल ने जानकारी दी है कि सिविल सर्जन सहमुख्य अस्पताल अधीक्षक सीधी को सूचना पत्र में लेख किया गया है कि देवेन्
-
कांग्रेस की तीसरे चरण की न्याय यात्रा स्थगित
सीधी। म.प्र. विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरूण यादव के नेतृत्व में प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा निकाली जा रही तीसरे चरण की न्याय
-
एडिस्नल एस.पी. ने गोल्ड मैडल विजेताओं को शुभकामनाएं दी
सीधी के खिलडिय़ों ने कानपुर में झटके 14 गोल्ड 4 सिल्वर सीधी!जिले के खिलाडिय़ों ने कानपुर में आयोजित 2 दिवसीय नेशनल चैम्पियनशिन 2018 में सीधी जिले जिले के 18 बालक/बालिकाओं ने भाग लि
-
29 को एमडी मेडिसिन सिटी हास्पिटल में देगें सेवायें
सीधी l कलेक्ट्रेट चौक के समीप सिटी हास्पिटल में २९ अप्रैल २०१८ रविवार को विशेष चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया है, जो कि सुबह ग्यारह बजे से शाम तीन बजे तक सुचारू रहेगा। शिव
-
लगन के चलते बसों का आवागमन हुआ प्रभावित
सन्नाटा पसरा रहा स्टैण्ड में यात्री होते रहे परेशान सीधी l वर्ष में सबसे अधिक शादी व्याह वाला माह अप्रैल व मई दो परिवारों को जोडनें का कार्य करता है और चारों ओर खुसनुमा महौë