दो साल बाद भी सीबीआई यह तक पता नहीं कर पाई कि कौन है 'मंत्राणी'

511 By 7newsindia.in Sat, Sep 30th 2017 / 10:09:21 कानून-अपराध     

भोपाल : व्यापमं महाघोटाले की जांच के दो साल बाद भी सीबीआई 'मंत्राणी' का कोई सुराग नहीं जुटा पाई है। व्यापमं अब प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) से जब्त एक्सलशीट में 'मंत्राणी' का भी उल्लेख है। सीबीआई इसलिए भी पसोपेश में है कि मंत्राणी के नाम के आगे जिस उम्मीदवार का जिक्र है, उसने मंत्राणी को जानने से ही इंकार कर दिया है। अब सीबीआई नए सिरे से इस मामले की जांच कर रही है। एक्सल शीट के मुताबिक मंत्राणी ने संविदा शिक्षक भर्ती परीक्षा में कमलेश रे नाम के व्यक्ति की सिफारिश की थी। कमलेश ने सिर्फ 13 सवाल ही लिखे थे, इसके बावजूद उसके 38 नंबर थे। हालांकि कमलेश अंतिम रूप से उस परीक्षा में चयनित नहीं हुआ था। सीबीआई ने जुलाई 2015 से व्यापमं महाघोटाले की जांच शुरू की थी। जांच के दो साल पूरे होने के बाद भी अब तक सीबीआई एक्सल शीट में लिखे मंत्राणी नाम के संबंध में तथ्य नहीं जुटा पाई है। 

एक्सल शीट में उल्लेख... 'मंत्राणी' ने ही की थी संविदा शिक्षक भर्ती परीक्षा में सिफारिश 

महिंद्रा से फिर पूछताछ कर सकती है सीबीआई

व्यापमं से जब्त हार्ड डिस्क की एक्सल शीट में अलग-अलग नामों का पूरा ब्योरा है। इसमें इस बात का भी जिक्र है कि किस व्यक्ति ने किन उम्मीदवारों के लिए सिफारिश की है। व्यापमं के पूर्व प्रिंसिपल सिस्टम एनालिस्ट नितिन महिंद्रा ने एक्सल शीट में हर सिफारिश का रिकॉर्ड रखा था। जांच एजेंसी ने महिंद्रा के कम्प्यूटर से यह डाटा जब्त किया था। सीबीआई अब इस मामले में एक बार फिर महिंद्रा से पूछताछ करने का मन बना रही है।

30 अक्टूबर तक पूरी करना है जांच

 सेंट्रल फॉरेंसिक लेबोरेटरी की रिपोर्ट में एक्सल शीट में टेंपरिंग नहीं पाए जाने के बाद अब सीबीआई का ध्यान इस केस की ओर गया है। सीबीआई नए सिरे से जांच कर मंत्राणी का सुराग जुटाने की कोशिश करेगी। सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को आदेश दिए हैं कि 30 अक्टूबर से पहले सभी मामलों में चार्जशीट पेश कर दी जाए। इसके बाद इन मामलों में सुनवाई शुरू होगी। हालांकि सीबीआई अधिकारी इस विषय में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।

 

 

 

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