रीवा जिले की पंचायतों में है सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार : राज प्रकाश

497 By 7newsindia.in Mon, Dec 4th 2017 / 20:23:00 कानून-अपराध     

प्रदेश भर में सबसे ज्यादा देवतालाब क्षेत्र की पंचायतों में है घोर भ्रष्टाचार, कार्यों की हो निष्पक्ष जाँच
प्रदेश के सबसे सक्रिय सामाजिक संगठन, जन अधिकार संगठन, जो युवाओँ, किसानों, महिलाओं व आम-जनों के अधिकारों की लड़ाई बड़े ही ज़ोरों से पूरे प्रदेश भर में लड़ रहा है, उसी के द्वारा प्रशासन को झकझोरने और कमज़ोर लोगों को मदद देने के उद्देश्य से पूरे प्रदेश भर में काम करो या पद छोड़ो अभियान चलाया जा रहा है। 

उक्त अभियान के रीवा जोन प्रभारी व संगठन के प्रदेश महासचिव श्री राज प्रकाश मिश्र ने आज रीवा जिला समीक्षा बैठक में पदाधिकारियों से चर्चा के दौरान संगठन के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि हम पूरे प्रदेश में बहुत तेजी से आम लोगों के अधिकारों की लड़ाई सफलता पूर्वक लड़ रहे हैं, जो हमारे संघर्षशील साथियों की कर्मठता को दर्शाता है। संगठन के कार्यों की चर्चा प्रदेश के आम आदमी के बीच इन दिनों आम है। उन्होंने कहा कि हम शासन- प्रशासन के घोटालों व भ्रष्टाचारों को जिस तेज़ी से उजागर कर रहे हैं वो निश्चित ही साहसिक कार्य है तो दूसरी तरफ़ शासन-प्रशासन सकते में है। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष श्री अक्षय हुँका ने फ़ोन ख़रीदी घोटाले को जगज़ाहिर किया है, तो संगठन के प्रमुख साथी श्री पारस सकलेचा व्यापम जैसे महाघोटाले की लड़ाई लड़ रहे हैं। और अब हमारे काम करो या पद छोड़ो अभियान ने प्रदेश के दबे-कुचले लोगों में ऊर्जा का संचार किया है जिससे वो भी अनीति के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने लगे हैं। श्री मिश्र ने और कहा कि पूरे प्रदेश में युवाओँ की हालत सबसे ख़राब है, युवाओँ को रोज़गार नहीं मिल रहा है ऐसे में हमारे संगठन द्वारा प्रदेश में जगह-जगह पेशेवर लोगों की मदद से सेमिनार आयोजित कर युवाओँ का मार्गदर्शन किया जा रहा है, जो अपने आप मे मिसाल है। अभी हालिया भोपाल व मण्डीदीप में आयोजित सेमिनार का लाभ सैकड़ो युवाओँ ने लिया है।

 

श्री मिश्र ने काम करो या पद छोड़ो अभियान के रीवा ज़ोन के अब तक के कार्यों पर कहा कि शहडोल, सतना, सीधी और रीवा में बहुत तेजी से कार्य हुए हैं व हो रहे हैं, जो प्रशंसनीय हैँ। पर दुर्भाग्यपूर्ण बात जो है वो ये कि रीवा जिला प्रदेश भर में सबसे ज़्यादा भ्रष्टाचार की गिरफ्त में है। यहाँ की पंचायतों में भ्रष्टाचार अपने चरम पर है और सबसे दुःखद तो ये है कि शासन-प्रशासन की शह या सांठ-गाँठ है, तो कहीं प्रशासन मौन है। 

 

श्री मिश्र ने रोष व्यक्त करते हुए और कहा कि अभियान के प्रथम चरण में देवतालाब विधानसभा क्षेत्र को शामिल किया गया था, जहाँ से सबसे ज़्यादा शिकायतें पंचायतों से संबंधित रहीं, और रोज़ नई मिल रही हैं। इंदिरा आवास, मुख्यमंत्री आवास व प्रधानमंत्री आवास में जरूरतमंदों को लाभ कम सरपंच-सचिव व उनके दलालों सहित जनपद-कर्मियों को लाभ ज़्यादा मिल रहा है। यदि सही तरीक़े से जांच हो तो केवल देवतालाब क्षेत्र की पंचायतों में इतना बड़ा घोटाला निकलेगा जो अब तक के घोटालों का बाप होगा। शासन के स्वच्छता अभियान का मज़ाक सबसे ज़्यादा यहीं उड़ा होगा, शौचालय कागजों में बनाकर करोड़ों-अरबों का घोटाला किया गया है । सचिव-सरपंचों की सबसे ज्यादा शिकायतें हैं, तो प्रशासनिक साठ-गाँठ भी सबसे ज़्यादा यहीं मिलेगी। सब मिल-बाँट कर जनता का पैसा उड़ा रहे हैं। पंचायती राज की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। कागज़ों में कार्य किए जाकर अरबों-खरबों का वारा-न्यारा हो रहा है। श्री मिश्र ने कहा कि निष्पक्ष जाँच एजेंसी के माध्यम से क्षेत्र की लगभग सभी पंचायतों के कार्यों की जाँच और ऑडिट होनी चाहिए, तब दूध का दूध और पानी का पानी होगा । श्री मिश्र ने पदाधिकारियों को और तेजी से काम करने की सलाह देते हुए देवतालाब समेत पूरे रीवा जिले और प्रदेश की जनता का आह्वाहन करते हुए कहा कि हमारे संगठन और अभियान से जुड़कर अपने अधिकारों की लड़ाई निर्भीकता से लड़े।

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