5 लाख का खाद्यान्न घोटाले की दो वर्षों से लटकी हैं जांच

मामला उचित मूल्य की दुकान कपुरी कोठार का, कलेक्टर जनसुनवाई एवं सीएम हेल्पलाइन के बाद नहीं हुई जांच
सीधी : सेवा सहकारी मर्यादित समिति भरतपुर के अन्तर्गत उचित मूल्य की दुकान कपुरी कोठार के विक्रेता द्वारा 5 लाख लागत का खाद्यान्न का गमन करने का मामला प्रकाश में आया है जिसकी जांच कराने के लिए ग्रामीण जनों द्वारा कलेक्टर जनसुनवाई एवं मु यमंत्री जन शिकायत निवारण विभाग समाधान आनलाइन शिकायत कर पूरे मामले की जांच की मांग की गई है। समाधान आनलाइन में की गई शिकायत के अनुसार शासकीय उचित मूल्य की दुकान कपुरी कोठार के पूर्व विक्रेता सुरेश प्रसाद चतुर्वेदी द्वारा नव पदस्थ विक्रेेता दीपक तिवारी को अक्टूबर 2015 में शक्कर 6 क्विटंल 54 किलो, चावल 25 क्विटंल 36 किलो, गेहूं 156 क्विंटल 19 किलो खाद्यान प्रभार में दिया गया। उसके बाद लीड की गलती से उचित मूल्य की दुकान कपुरी बदौलिहान का खाद्यान कपुरी कोठार में को दे दिया गया तो उचित मुल्य की दुकान कपुरी कोठार में फरवरी 2014 माह में स्टाक शक्कर 14 क्विटंल 59 किलो, चावल 77 क्विटंल 95 किलो, गेहूं 208 क्विंटल 78 किलो, खाद्यान शेष बचा था और फिर हर माह लीड प्रभारी द्वारा नियमित रूप से खाद्यान दिया जाता रहा है। फरवरी 2014 माह तक शेष बचे खाद्यान की बाजार मूल्य के अनुसार लागत 517354 थी जो कि कपुरी कोठार के विक्रेता द्वारा गमन कर दिया गया है। शिकायत कर्ताओं ने कलेक्ट जनसुनवाई में ग्राम पंचायत कपुरी कोठार की ग्राम सभा का प्रस्ताव जिसमें उचित मूल्य की दुकान कपुरी कोठार के विक्रेता द्वारा खाद्यान का गमन करने, सौपे गये प्रभार की छाया प्रति, खाद्यान आंवटन के स्टाक रजिस्टर की नकल सहित दस्तावेज सौपे गये थे। जिसकी जांच शाखा प्रबंधक लेहेचुआं द्वारा की जा रही है किन्तु शिकायतकर्ताओं को उनकी जांच पर भरोषा नही है वे किसी सक्षम अधिकारी व तहसीलदार से पूरे प्रकरण की जांच कराने की मांग कर रहें है। तो वही विक्रेता दीपक तिवारी द्वारा अपने उपर लगाये गये आरोपों को निराधार बता रहें है।80 हितग्राही का बना है राशन कार्ड
ग्राम पंचायत कपुरी कोठार द्वारा मात्र 80 हितग्राहियों का राशन कार्ड बनाया गया था,जनपद पंचायत रामपुर नैकिन अन्तर्गत सबसे कम बीपीएल धारी इसी ग्राम पंचायत में है जहां प्रतिमाह खाद्यान का आवांटन 1 क्विटंल शक्कर और 14 गेहंू ,चावल का उठाव किया जाना चाहिये था किन्तु उचित मूल्य की दुकान में अक्टूबर 2013 में शक्कर 1.55 क्विंटल चावल 6.40 क्विटंल, गेहूं 6.18 क्विंटल, मिट्टी का तेल 800 लीटर एवं नव बर 2013 में शक्कर 3 क्विटंल, चावल 23.59 क्विटंल, गेहूं 23.59 क्विंटल, माह दिस बर 2013 में शक्कर 3 क्विटंल, चावल 6.40 क्विटंल, गेहूं 6.40 क्विंटल, जनवरी 2014 में शक्कर 5 क्विटंल, चावल 25 क्विटंल, गेहूं 25 क्विंटल, फरवरी 2014 में शक्कर 3 क्विटंल, चावल 25 क्विटंल, गेहूं 25 क्विंटल,खाद्यान भेजा जा था मार्च से कूपन के हिसाब से खाद्यन्न भेजना जा रहा है। अक्टूवर 2013 से फरवरी 14 तक शेष बचा खाद्यान शक्कर 14 क्विटंल 59 किलो, चावल 77 क्विटंल 95 किलो, गेहूं 208 क्विंटल 78 किलो, कहां चला गया क्या विक्रेता द्वारा विभाग को वापस कर दिया गया। इसकी जानकारी किसी को नही है।
4 हजार लीटर मिट्टी के तेल की हुई हेराफेरी
उचित मूल्य की दुकान कपुरी कोठार के विक्रता द्वारा शासन से आवांटित मिट्टी के तेल में भी काफी हेराफेरी होने का मामला प्रकाश में आया है। शिकायत कर्ताओं द्वारा बताया गया है कि वर्ष 2013 से प्रतिमाह मिट्टी का तेल नियमित रूप से उचित मूल्य की दुकान में भेेजा जाता रहा है। जिसमें अक्टूवर 2013 में 800 सौ लीटर, नव बर में 1800 सौ लीटर, दिस बर में 1600 लीटर, जनवरी 2014 में 1400 सौ लीटर एवं फरवरी माह में 1400 सौ लीटर तेल आवांटित किया गया था।बताया गया है कि मिट्टी के तेल की ज्यादा जरूरत ग्रामीण जनों को नही होती थी अगर एक माह में दो लीटर लेत ले लिया तो कई माह तक आवश्यकता नही पड़ती थी जिसके चलते विक्रेता मिट्टी के तेल को बाजार एवं मोटर मालिको को विक्री कर देते थें इस तरीके से करीब 4 हजार लीटर तेल हेराफेरी की गई है अगर अक्टूर 13 एवं फरवरी 14 तक आवांटित मिट्टी के तेल की जांच की जाये तो सारे तथ्य सामने आ जायेगें।
क्या कहते है शिकायतकर्ता:-
माह अक्टूर 13 एवं फरवरी 14 कपुरी कोठार के विक्रेता द्वारा शक्कर 14 क्विटंल 59 किलो, चावल 77 क्विटंल 95 किलो, गेहूं 208 क्विंटल 78 किलो का गमन किया गया है एवं 4 हजार लीटर मिट्टी के तेल में हेराफेरी की गई है जिसकी जांच के लिए मेरे द्वारा एवं अन्य ग्रामीण जनो द्वारा कलेक्टर जनसुनवाई एवं मु यमंत्री समाधान आनलाइन में शिकायत के बाद भी आज दिनांक तक उक्त मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
सुरेश प्रसाद पाण्डेय, शिकायतकर्ता ग्राम पंचायत कपुरी कोठार