Сमेरे दीनदयालТ सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता शुरुआत से ही विवादों में, पं.नेहरू को बताया सत्ता का लालची .....

502 By 7newsindia.in Tue, Jan 23rd 2018 / 17:16:10 मध्य प्रदेश     

भोपाल: प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा द्वारा चुनावी साल में कराई जा रही ‘मेरे दीनदयाल’ सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता शुरुआत से ही विवादों में है| पहले जहां 'मेरे दीनदयाल' पुस्तक में  पंडित जवाहर लाल नेहरू का बतौर प्रथम प्रधानमंत्री जिक्र नहीं किया गया और न ही महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता बताया गया है। इसको लेकर विरोध गर्माया था, अब किताब में एक और बात को लेकर बवाल खड़ा हो गया है| इस पुस्तक में जवाहर लाल नेहरू को सत्ता का लालची बताया गया है| 

दरअसल,  भाजयुमो के दावे के अनुसार प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे प्रतियोगियों को 27 लाख से ज्यादा सामान्य ज्ञान की पुस्तकें बांटी गई हैं। 50 पेज की इस पुस्तक में  10 दसवें पन्ने पर दीनदयाल उपाध्याय का परिचय दिया गया है। और पंडित नेहरू को सत्ता का लालची बताया है| पुस्तम में लिखा है पंडित दीनदयाल उपाध्याय का स्पष्ट मत था कि भारत माता को खंडित किए बिना भी भारत की आजादी प्राप्त की जा सकती थी और भारत माता को परम वैभव पर पहुंचाने में हम तीव्र गति से सफल हो सकते थे परन्तु पंडित नेहरू और जिन्ना के सत्ता के लालच और अंग्रेजों  की चाल में आ जाने से भारतवासियों का यह सपना पूरा नहीं हो पाया और खंडित भारत को आजादी मिली। 

नेता प्रतिपक्ष ने किया विरोध 

इस पुस्तक को लेकर कांग्रेस पहले ही विरोध करते हुए तालिबानी बता चुकी है, वहीं नेहरू के लिए लिखी बातों के सामने आने के बाद बवाल मच गया है| इस मामले में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह का कहना है कि जब देश गुलाम था तब भारतीय जनता पार्टी के नेता कहा थे..जो अब पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू के बारे में बोल रहे है| वही नेता प्रतिपक्ष सिंह ने भारतीय जनता पार्टी को घेरते हुए कहा कि इस मामले को लेकर पब्लिक फोरम में कार्रवाई की आवाज उठाउग..साथ ही सिंह ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर कहा कि प्रदेश में किसी भी मामले में एफआईआर दर्ज नही होती है..प्रदेश में हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी प्रदेश में आरोपी मंत्री फरार रहते है| 

Similar Post You May Like

рддрд╛рдЬрд╝рд╛ рдЦрдмрд░