अल्टीमेटम के बाद भी संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हडताल जारी

675 By 7newsindia.in Wed, Mar 14th 2018 / 19:11:49 प्रशासनिक     
सीधी: संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा लगातार 24 वें दिन भी हड़़ताल जारी है, संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ सीधी के अध्यक्ष राजीव गौतम ने बताया कि शासन का कोई भी प्रतिनिध मांगों को लेकर आधिकारिक रूप में संघ से आज दिनांक तक किसी प्रकार की चर्चा नहीं कि गई है, साथ ही स्वास्थ्य विभाग की नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाएं आज की स्थिति में समस्या बन चुकी है, क्योंकि रोगियों को बिना जॉंच के दवायें दी जा रही है एवं सही दवा न मिलने पर अन्य रोग भी उत्पन्न हो रहे हैं। सी.एम. हेल्पलाइन 181 में शिकायतों का अम्बार लगा हुआ है, आशा कार्यकर्ताओं को भी उनके कार्य की प्रोत्साहन राशि नहीं प्राप्त हो रही है एवं जननी सुरक्षा व प्रसव सहायता राशि का भुगतान पूरी तरह से बन्द है एवं शासन की समस्त हितग्राही योजनाएं प्रभावित हो रही है।
श्री गौतम के द्वारा आगे आरोप लगाते हुए बताया गया कि जिला अस्पताल सीधी के सामने एक गर्भवती महिला का प्रसव सड़क में हो गया, 14 मार्च 2018 को डॉं0 हिमेश पाठक एवं डॉं0 अनुराग सिंह पण्डाल में पधारकर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों का नैतिक समर्थन प्रदाय किये एवं अपनी मांगों को पूर्ण रूप से प्राप्त करने हेतु लगातार अपनी हड़ताल जारी रखने हेतु कहा गया। डॉं0 हिमेश पाठक एवं डॉं0 अनुराग सिंह द्वारा 14 मार्च 2018 को स्वल्पाहार की व्यवस्था कर, साथ में बैठकर स्वल्पाहार किया गया। पोषण पुनर्वास केन्द्रों एवं नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई में नवजात / कुपोषित बच्चों को भर्ती नहीं कराया जा रहा है। आर0बी0एस0के0 का स्टॉफ 100 प्रतिशत संविदा पर होने के कारण किसी भी बच्चें की स्क्रीनिंग नहीं हो पा रही है। आर0एन0टी0सी0पी0 100 प्रतिशत स्टॉफ संविदा पर होने के कारण टी0बी0 रोगियों के उपचार का कार्य पूरी तरह से बाधित है। जिला अस्पताल के ए0आर0टी0 सेन्टर में एड्स रोगियों की जॉंच एवं दवा वितरण का कार्य नहीं हो रहा है।
सीधी जिले में 02 विकासखण्डों- कुसमी व मझौली में 15 फरवरी 2018 से 15 मार्च 2018 तक टी0बी0 व मलेरिया का संयुक्त सर्वे अभियान चलाया गया, जिसकी सर्वे रिपोर्ट पूरी तरह से मनगढंत रूप से संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं भोपाल की ओर भेजी गई है, क्योंकि टी0बी0 व मलेरिया के ब्लॉक स्तर पर पदस्थ समस्त संविदा कर्मचारी हड़ताल में है। कुसमी ऐसा क्षेत्र हैं जहांॅ पहुंच विहीन गांवों के किसी भी घर में यदि किसी की मलेरिया जॉच की जाय तो तुरन्त मलेरिया पी0एफ0 आता है, आये दिन वहां पर मलेरिया के गंभीर रोगी पाये जाते थे, तो क्या हड़ताल में जाने के बाद मलेरिया बीमारी समाप्त हो गई, यह चिन्तन करने योग्य है।
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ सीधी के अध्यक्ष राजीव गौतम ने खेद व्यक्त करते हुए बताया कि प्रशासन को संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के साथ-साथ आम जनता की भी कोई चिन्ता नहीं है, अन्यथा प्रशासन द्वारा त्वरित रूप से संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की मांगों का निराकरण किया जा चुका होता। हड़ताल के कारण जनमानस को होने वाली समस्त परेशानियों के लिए म0प्र0 शासन को सीधे जिम्मेदार माना जावे। शासन द्वारा मांगों का निराकरण न किये जानेे के कारण जिला सीधी में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल निरंतर जारी रहेगी।

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