देश के युवा-किसान थक चुके हैं, मोदी जी की ओर देखते हैं पर कोई रास्ता नहीं मिलता: कांग्रेस अधिवेशन में राहुल

594 By 7newsindia.in Sat, Mar 17th 2018 / 13:02:54 राजनीति     

नई दिल्ली.राहुल गांधी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार कांग्रेस के महाधिवेशन को संबोधित किया। उन्होंने उद्घाटन सत्र में कहा कि एक व्यक्ति को दूसरे से लड़ाकर देश को बांटा जा रहा है, गुस्सा फैलाया जा रहा है। पर कांग्रेस का हाथ लोगों को जोड़ेगा। आज देश के युवा और किसान थक चुके हैं, मोदी सरकार में उन्हें रास्ता नहीं मिल रहा। कांग्रेस कमेटी के 84वें अधिवेशन की शुरुआत शनिवार को इंदिरा गांधी स्टेडियम में हुई। इसमें सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह समेत पार्टी के कई बड़े नेता मौजूद हैं। यहां कांग्रेस अगले 5 साल के रोडमैप के लिए रणनीति और दिशा तय करेगी। इस बार फोकस नेताओं की बजाय कार्यकर्ताओं पर है। 


कांग्रेस को युवा ही आगे ले जा सकते हैं: राहुल
अधिवेशन के उद्घाटन सत्र में राहुल गांधी ने कहा, ''यहां मुझे दो भाषण देने हैं। आज थोड़ा कम बोलूंगा। समापन सत्र में ज्यादा बोलूंगा। तब आपको बताऊंगा कि हमें क्या करना है। कैसे हम पार्टी को दूसरों के अलग कर सकते हैं।''
''कांग्रेस का ये अधिवेशन बदलाव के लिए हो रहा है। मैं सोचता हूं कि युवा पार्टी को आगे ले जा सकते हैं। कांग्रेस पुराने को नहीं भूलती है, इसीलिए मेरा काम सीनियर नेताओं और युवाओं को जोड़ना है। इसके बिना पार्टी नहीं बढ़ेगी।''
राहुल ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ''आज हिंदुस्तान को बांटा जा रहा है। एक व्यक्ति को दूसरे से लड़ाया जा रहा है। हमारा निशान हाथ है, जो लोगों को जोड़ता है। हमें मिलकर देश को एक करना है। सोनिया जी और मनमोहन जी को समेत सभी नेताओं को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने देश को एक करने की कोशिश की।''
''आज देश में जो युवा और किसान हैं, वो मोदी जी की नीतियों से थक चुके हैं। उन्हें आगे बढ़ने का कोई रास्ता नहीं मिल रहा है। हम उनके साथ खड़े हैं। कांग्रेस और दूसरी पार्टी में अंतर ये हैं कि वो क्रोध और हम प्यार का इस्तेमाल करते हैं।''

कांग्रेस में नई ऊर्जा भरने की कवायद

कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, अधिवेशन में पार्टी के सभी मुख्यमंत्री, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष समेत देशभर के नेता जुटे हैं। इस दौरान कांग्रेस के भीतर नई ऊर्जा भरने का कार्य किया जाएगा, ताकि आने वाले कर्नाटक, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान चुनाव में पार्टी मजबूती से अपना संदेश जनता तक पहुंचा सके।
अधिवेशन में इस बार नेताओं के बजाय पार्टी का ध्यान कार्यकर्ताओं पर केंद्रित है। लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की रणनीति पर चर्चा होगी। दूसरे दिन राजनीति, बेरोजगारी और गरीबी दूर करने से जुड़े कुछ प्रस्ताव पास हो सकते हैं। रविवार को महाधिवेशन का समापन भी राहुल गांधी के भाषण से होगा।

विपक्षी पार्टियों से संपर्क साध रही कांग्रेस

पिछले दिनों पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दिल्ली में यूपीए नेताओं को डिनर दिया था। इसमें करीब 20 पार्टियों के नेता शामिल हुए। सूत्रों के मुताबिक, 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस विपक्षी पार्टियों का एक यूनाइटेड फ्रंट बनाना चाहती है ताकि बीजेपी को टक्कर दी जा सके।

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