मोदी कैबिनेट में अश्विनी चौबे समेत 9 नए नाम, 10:30 बजे होगा शपथ ग्रहण...

507 By 7newsindia.in Sun, Sep 3rd 2017 / 07:18:39 राजनीति     

नई दिल्ली. मोदी की कैबिनेट में आज 9 नए मंत्रियों को शामिल किया जाएगा। ये 9 नेता राष्ट्रपति भवन में सुबह 10.30 बजे मंत्री पद की शपथ लेंगे। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इनमें बिहार के सीनियर बीजेपी लीडर अश्विनी चौबे और पूर्व आईपीएस सत्यपाल सिंह जैसे नाम हैं। नए मिनिस्टर्स के नाम सामने आने से पहले ये माना जा रहा था कि जेडीयू और एआईएडीएमके को भी कैबिनेट में जगह दी जाएगी। लेकिन, नीतीश कुमार ने साफ कर दिया कि फेरबदल को लेकर उनसे कोई बात नहीं की गई है और न ही उनके सांसदों को कोई इन्विटेशन मिला है। 2019 के लोकसभा चुनाव के 20 महीने पहले कैबिनेट में फेरबदल हो रहा है। बता दें कि शनिवार तक 8 मंत्री इस्तीफा दे चुके हैं।

1) अश्विनी कुमार चौबे (बिहार)

2) शिव प्रताप शुक्ल (यूपी)

3) वीरेंद्र कुमार (मध्य प्रदेश)

4) अनंत कुमार हेगड़े (कर्नाटक)

5) राजकुमार सिंह (बिहार)

6) हरदीप सिंह पुरी (डिप्लोमैट)

7) गजेंद्र सिंह शेखावत (राजस्थान)

8) सत्यपाल सिंह (यूपी)

9) अल्फाेन्स कन्ननथानम (केरल)

अभी फेरबदल की 4 वजह

1) लोकसभा चुनाव: इसमें 20 महीने बचे हैं। इसके मद्देनजर बीजेपी, संघ और सरकार के रणनीतिकार फेरबदल में देरी नहीं चाहते। वे चाहते हैं कि सरकार और संगठन को नई टीम मिले, ताकि केंद्र अपने गवर्नेंस की रफ्तार बढ़ा सके और पार्टी संगठन अपनी चुनाव तैयारियों पर फोकस कर सके।अभी फेरबदल की 4 वजह

2) 6 राज्यों के चुनाव: गुजरात, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक में अगले डेढ़ साल के अंदर चुनाव हैं। इसके मद्देनजर यह फॉर्मूला तय किया गया है कि जहां चुनाव हो गए हैं, उन राज्यों से मंत्री कम किए जाएं और चुनाव वाले नए चेहरे सरकार में शामिल किए जाएं।

3) परफॉर्मेंस: जिन मंत्रियों का परफॉर्मेंस ठीक नहीं रहा उनकी छंटनी हो सकती है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि सरकार ने अपने मंत्रियों के परफॉर्मेंस का ऑडिट कराया है। इसी ऑडिट रिपोर्ट के हिसाब से मंत्रियों को बदला जाएगा या उनकी छुट्टी की जाएगी।

4) संगठन:सरकार में कुछ चेहरे ऐसे हैं जो संगठन में अच्छा काम कर सकते हैं। ऐसे लोगों को संगठन में वापस भेजा जाएगा।

अभी ये हैं टॉप-5

सरकार में अभी टॉप-5 नेताओं में सीनियरिटी का क्रम इस तरह है- नरेंद्र मोदी, होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह, फॉरेन मिनिस्टर सुषमा स्वराज, डिफेंस-फाइनेंस-कार्पोरेट अफेयर्स मिनिस्टर अरुण जेटली, रोड ट्रांसपोर्ट और हाईवेज मिनिस्टर नितिन गडकरी और रेलवे मिनिस्टर सुरेश प्रभु।

इन 4 मंत्रालयों को फुलटाइम मिनिस्टर की जरूरत

- डिफेंस: मनोहर पर्रिकर के गोवा के सीएम के रूप में लौटने के बाद अरुण जेटली के पास डिफेंस मिनिस्ट्री का एडिशनल जिम्मा है।

- पर्यावरण:राज्यसभा सदस्य अनिल माधव दवे का निधन होने के बाद एनवायर्नमेंट मिनिस्ट्री का एडिशनल चार्ज डॉ. हर्षवर्धन को दिया गया है। उनके पास पहले से साइंस एंड टेक्नोलॉजी और अर्थ साइंस मिनिस्ट्री है।

- शहरी विकास: एम वेंकैया नायडू के उपराष्ट्रपति बनने के बाद अर्बन डेवलपमेंट मिनिस्ट्री का जिम्मा नरेंद्र सिंह तोमर को सौंपा गया, जो रूरल डेवलपमेंट मिनिस्टर भी हैं।

- सूचना-प्रसारण: नायडू के पास इन्फॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्ट्री का जिम्मा भी था, जो अभी स्मृति ईरानी काे दिया गया है। स्मृति कपड़ा मंत्री भी हैं।

कितने मंत्री बनाए जा सकते हैं?

- फिलहाल, केंद्र सरकार में पीएम समेत 73 मंत्री हैं। मंत्रियों की संख्या 81 से ज्यादा नहीं हो सकती है। इस हिसाब से मोदी अभी 8 और नए मंत्रियों को अपने कैबिनेट में जगह दे सकते हैं। बता दें कि संवैधानिक संशोधन के मुताबिक, कैबिनेट में मंत्रियों की लिमिट लोकसभा की कुल स्ट्रैंथ (545) के 15% से ज्यादा नहीं हो सकती है।

- 73 मंत्रियों में 24 कैबिनेट मंत्री और 12 राज्य मंत्री हैं। वहीं, 36 के पास स्वतंत्र प्रभार है।

अब तक कितने मंत्रियों का इस्तीफा ?

- राजीव प्रताप रूडी, उमा भारती, कलराज मिश्र, संजीव बालियान, महेंद्रनाथ पांडेय और निर्मला सीतारमण, फग्गन सिंह कुलस्ते और बंडारू दत्तात्रेय।

- रूडी ने इस्तीफे की बात कन्फर्म की है। पांडेय को यूपी बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। उमा भारती ने इस्तीफे के सवाल पर अभी कुछ नहीं कहा है।

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