उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र कल से

433 By 7newsindia.in Wed, Dec 13th 2017 / 19:25:19 राजनीति     

लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र कल से शुरू होगा। नौ माह पुरानी योगी सरकार विधानसभा के इस सत्र में 18 दिसंबर को अनुपूरक बजट पेश करेगी। साथ ही 'उत्तर प्रदेश संगठित अपराध नियंत्रण विधेयक 2017 :यूपीकोका:' पेश किया जाएगा। इस विधेयक को योगी कैबिनेट ने आज ही मंजूरी दी। उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने शीतकालीन सत्र को सुचारू रूप से संचालन करने हेतु सभी दलों के नेताओं से सहयोग प्रदान करने का अनुरोध किया। दीक्षित ने सर्वदलीय बैठक में सभी दलों के नेताओं से आग्रह किया कि सभी लोग अपना-अपना पक्ष सदन में शालीनता, सौम्यनष्य एवं संसदीय मर्यादा के साथ रखें। उन्होंने कहा कि दुनिया के लोकतांत्रिक देशों में पक्ष और विपक्ष होता है। सहमतियां और असहमतियां होती हैं। तर्क और प्रति तर्क होता है। वाद-विवाद होते हैं। सहमति और असहमति दोनों जिस बिन्दु पर मिलते हैं, वहीं जनतंत्र मजबूत होता है।

अध्यक्ष ने कहा कि जनतंत्र को मजबूत करने की जिम्मेदारी सत्ता एवं विपक्ष दोनों की है।

दीक्षित ने कहा कि दुनिया में संसदीय परिपाटी पर तमाम बहस होती हैं। कई तरह की शासन प्रणालियां हैं। संसदीय व्यवस्था का सबसे बडा लाभ यह है कि अगर किसी वजह से हम सदन से नाराज होते हैं, तो उसका विकल्प भी सदन ही होता है। उन्होंने कहा कि पक्ष और विपक्ष दोनों का लक्ष्य एक होता है। इस प्रदेश की जनता के हित में अपनी बात को अपनी विचाराधारा के अनुरूप पृथक रूप से शालीनतापूर्वक कह सकते हैं। दीक्षित ने वाणी और व्यवहार को मधुमय बनाने की अपील की। साथ ही कहा कि यह सदन उत्तर प्रदेश की 22 करोड़ जनता के स्पंदन व जनभावनाओं का भाग्य विधाता है। सर्वदलीय बैठक में सदन के नेता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम रचनात्मक बहस, विचार-विमर्श को बढ़ावा देने के साथ अधिकतम चर्चा एवं अधिक समय तक सदन की कार्यवाही चलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

उन्होंने कहा कि हम प्रत्येक सकारात्मक चर्चा के साथ-साथ जनता की समस्याओं के निराकरण के लिए तैयार हैं।

योगी ने कहा कि हमें सदन में स्वस्थ बहस और शालीनतापूर्वक एवं सौम्य ढंग से अपनी बात रखना चाहिए और अच्छी व स्वस्थ परम्पराओं का सृजन करना चाहिए। सबका लक्ष्य जनता का कल्याण और लोकतंत्र की जड़ मजबूत करने का है। उन्होंने व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप से सदैव बचने की अपील की और कहा कि सदन के माध्यम से जनता की समस्याओं का निराकरण सार्थक तरीके से हो सकता है। उसके प्रति हम सभी को कटिबद्ध होना चाहिए।

बैठक में नेता विरोधी दल सपा के राम गोविन्द चौधरी, बसपा नेता लालजी वर्मा, कांग्रेस के नेता अजय कुमार, अपना दल के नेता नील रतन पटेल, सुहेलदेव समाज पार्टी के ओम प्रकाश राजभर ने अपने विचार प्रकट करते हुए सदन की कार्यवाही को व्यवस्थित ढंग से चलाने में हर प्रकार से सहयोग की बात कही।

संसदीय कार्यमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सभी नेताओं से विधान सभा की कार्रवाई को सुचारू रूप से चलाये जाने की अपील की।

इसके पूर्व कार्य-मंत्रणा की हुई बैठक के बारे में दीक्षित ने बताया कि बैठक में सर्वसम्मति से 14 दिसम्बर से 22 दिसम्बर तक के घोषित कार्यक्रम को स्वीकार किया गया। 18 दिसम्बर को वित्तीय वर्ष 2017-18 के अनुपूरक अनुदानों की मांगों का प्रस्तुतिकरण किया जायेगा। इस सत्र में कुल सात बैठकें प्रस्तावित हैं। 14 दिसंबर को औपचारिक कार्य मसलन अध्यादेश, अधिसूचनाएं, नियम आदि सदन पटल पर रखे जाएंगे। यूपीकोका सहित अन्य विधेयक भी पेश किये जाने की उम्मीद हैं।

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